75 वर्ष से अधिक पुराने पेडों की पहचान के लिए जिला प्रशासन ने शुरू की कार्यवाही: डीसी
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: राज्य सरकार द्वारा प्राण वायु देवता पेंशन योजना के तहत 75 वर्ष से अधिक पुराने पेडों के रख-रखाव के लिए सालाना 25०० रूपये की राशि पेंशन के रूप में प्रदान की जाएगी। जिला प्रशासन ने ऐसे पेडों की पहचान के लिए कार्यवाही शुरू कर दी है। कोई भी व्यक्ति ऐसे पेडों की जानकारी वन विभाग को दे सकता है। उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया ने सोमवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा प्रदेश इस तरह की अनूठी योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। इस योजना को लागू करने का मुख्य उदेश्य पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा को बढाना तथा ऐतिहासिक पुराने पेडों का संरक्षण करना है। उन्होंने बताया कि जो राशि पेंशन के रूप में मिलेगी, उस राशि को पेड के रख-रखाव पर ही खर्च करना होगा। इस राशि को पेड की सुरक्षा के लिए चारों तरफ लोहे की ग्रील लगाना,पानी का प्रबंध करना तथा पेड को फलने-फुलने के लिए इत्यादि प्रबंध करने पर खर्च करना होगा। अगर कोई व्यक्ति 75 साल से अधिक पुराने पेडों की जानकारी रखता है, तो वह इसकी सूचना वन विभाग को दे सकता है।
इस तरह से मिलेगी पेंशन: जिला वन मंडल अधिकारी रोहतास बिरथल ने बताया कि अगर पुराना धार्मिक स्थल में खड़ा है, तो पेंशन राशि धार्मिक स्थल की कमेटी के खाते में डाली जाएगी। अगर पेड किसी गांव में सार्वजनिक स्थल पर है तो पेंशन राशि ग्राम पंचायत के खाते में डाली जाएगी। इसी प्रकार से शहरी क्षेत्र में भी संबंधित विभाग या व्यक्ति के खाते में पेंशन राशि डालने का काम किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक पेंशन राशि के वितरण को लेकर सरकार की ओर से कोई लिखित आदेश प्राप्त नही हुए है,लेकिन मौखिक तौर पर यह आदेश दिये गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे किसी खाते में पेंशन राशि डाली जाए, इस राशि का उपयोग पेड के रखरखाव के लिए ही करना होगा। विशेषज्ञों का तर्क है कि पुराने पेड़ों में खोखर होती है जिसमें पक्षी अंडे देते हैं। इस पर पक्षियों के छिपने की जगह भी पर्याप्त होती है। ऐसे में इन पेड़ों को बचाने से पक्षियों का भी संरक्षण होगा।
Aluminium scrap segmentation Aluminium scrap industry standards Metal residue
Scrap metal community engagement Ferrous material tools Iron recycling and reusing
Ferrous material recycling inventory, Iron reclamation and utilization, Metal reclamation and reprocessing solutions