पुलिस की दोगली नीति गरीब बच्चों को स्टेशनरी बांट रही, जागरूक लोगों को प्रताड़ित कर रही है,न्याय नहीं मिल रहा?
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
पुलिस विभाग पर रस्सी को सांप और सांप को रस्सी वाले बनाने वाली कहावत एकदम सटीक बैठ रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण थाना सोना फरुखनगर व पालम विहार में सरेआम देखा जा रहा है। वहीं पुलिस विभाग अपनी गिरती छवि को बचाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को निरीक्षक महेन्द्र पाठक, प्रबंधक पुलिस थाना बादशाहपुर, गुरुग्राम ने अपनी टीम के साथ बच्चों की साक्षरता दर में वृद्धि तथा उनकी पढाई में उनका सहयोग करने के उदेश्य से बादशाहपुर, गुरुग्राम में पहुंची और झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को स्टेशनरी व किताबें उपलब्ध करा कर अपने विदेश का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए स्कूल में जाकर पढ़ने लिख कर अपनी वह देश की प्रगति में भागीदार बनने का पाठ पढ़ाया।
गुरुग्राम पुलिस टीम द्वारा झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को स्टेशनरी व शिक्षा सम्बन्धी सामग्री उपलब्ध कराने की इस अनूठी पहल पर लोगों द्वारा पुलिस द्वारा किए गए सहयोग की प्रशंसा करते हुए पुलिस का धन्यवाद किया है।
वहीं एक तरफ तो गुरुग्राम पुलिस झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब तबके के लोगों के बच्चे को शिक्षा सम्बन्धी स्टेशनरी बांट कर वाहवाही बटोर रही है, वहीं दूसरी तरफ जागरूक लोगों द्वारा भ्रष्ट व लापरवाह पुलिस अधिकारियों के काले चिट्ठे उजागर करने पर उनको तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं। जिससे जहां पुलिस विभाग की छवि खराब हो रही है, वहीं विभाग में बैठे ईमानदार अधिकारियों की भी भ्रष्ट अधिकारी किरकिरी करा रहे हैं। ऐसे मामलों में इन दिनों थाना पालम विहार, सोहना थाना और फरुखनगर थाना काफी सुर्खियों में चल रहा हैं। जिसकी चर्चाएं जिला बार एसोसिएशन सोहना, पटौदी तथा गुरुग्राम के वकीलों तथा बुद्धिजीवियों में खुलेआम हो रही हैं। यहां तक कि गुरुग्राम पुलिस के खिलाफ तो सोहना बार एसोसिएशन ने धरना प्रदर्शन कर मोर्चा खोला हुआ है।