पुलिस-पब्लिक कॉर्डिनेशन मीटिंग गांव मोलाहेडा के जागरूक लोगों ने बताया ढकोसला??
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
गुरुग्राम पुलिस द्वारा थाना सैक्टर-37 में पुलिस-पब्लिक कॉर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में अपराधों की रोकथाम व अपराधों का मूल्यांकन करके उनके निवारण/रोकथाम, अपराधियों की पहचान, शहर में यातायात संचालन, कानून व्यवस्था एवं शान्ति बनाए रखने, नशे के विरुद्ध पुलिस का सहयोग करने के बारे में एक मीटिंग आयोजित करके जागरूक क्षेत्रवासियों से विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। जिसको निगम क्षेत्र के गांव मोलाहेडा थाना पालम विहार के जागरूक लोगों ने केवल ढकोसला मात्र बताया है।
जबकि मीटिंग के माध्यम से मौजिज व्यक्तियों को नशे की रोकथाम के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील की गई तथा अवैध रूप से नशा रखने/बेचने वालों के संबंध में पुलिस को शिकायत/सूचना देने की भी अपील की गई।
इस दौरान बताया कि वाहन चोरी, चोरी व किसी भी प्रकार के अपराध घटित होने पर सूचना अविलम्ब पुलिस को दें, ताकि अपराधी को काबू करने के आसानी हो और पीड़ित को न्याय मिलें।
पुलिसकर्मियों के लिए बनाए गए ग्रुप में नियमित रूप से जानकारी व सूचनाएं आदान-प्रदान करने के बारे में भी बताया गया।
इस मीटिंग में उपस्थित सदस्यों को साईबर अपराधों की रोकथाम करने के उपायों के बारे में बताया व अनुरोध किया कि वे सभी लोगों को साईबर अपराधों की जानकारी देकर उन्हें इन अपराधों से बचने के उपाय बताकर अवश्य जागरूक करें।
इस दौरान उपस्थित आए सभी मोजिज व्यक्तियों/सदस्यों को अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने, किसी संदिग्ध व्यक्ति/वस्तु की जानकरी तुरन्त पुलिस को देने की हिदायत दी गई।
*गुरुग्राम पुलिस पर जागरूक लोगों ने लगाया गुमराह करने का आरोप*
बता दें कि गांव मौलाहेडा के जागरूक लोगों का कहना था कि एक तरफ तो पुलिस आए दिन अखबारों में नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के दावे करती है। वही किसी भी शहर वासी के आसपास हो रही अवैध गतिविधियों को तुरंत सूचना पुलिस में देने की अपील करती हैं। अवैध नशीले पदार्थ बेचने वालों की सूचना पुलिस में देने की बात कहती हैं। वहीं 24 घंटे सातों दिन सेवा सुरक्षा सहयोग की बड़ी-बड़ी बातें करती हैं। लेकिन समाज और धरातल पर बिल्कुल इससे उलट छवि बनी हुई है क्योंकि पुलिस ही क्राइम को बढ़ावा दे रही है। दबंग भू माफिया और शराब तस्करों नशीली पदार्थ बेचने वालों से मिलीभगत करके अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस के पास मुकदमा दर्ज करने की पावर है इसलिए सांप को रस्सी और रस्सी को सांप बनाने में 2 मिनट नहीं लगती है। लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी हाल ही में बीते 1 अक्टूबर को गांव में बिक्री के लिए जा रही एक जीतू नामक दुकानदार के कर्मचारी से ग्रामीणों ने चार पेटी शराब पीसीआर बुलाकर पंडित किशोर वाली गली से पकड़वाई थी। जिसकी एक विडियो भी सोशल मीडिया यूट्यूब पर भी चल रही है, लेकिन फिर भी थाना पालम विहार पुलिस ने शराब तस्करों से साज बाज होकर उक्त चार पेटी शराब सेक्टर 22 मार्केट के पास से मुखबिर द्वारा सूचना के आधार पर पकडी हुई एफआईआर नंबर 445 में दर्ज की है। जबकि गांव में अवैध शराब और नशीले पदार्थ बिक रही है कई जागरूक ग्रामीण पुलिस को कई बार अवगत करा चुके हैं। लेकिन भ्रष्टाचार और ऊंची पहुंच के कारण पुलिस भी मौन बनी हुई है। वहीं जागरूकता लोगों का कहना था कि गुरुग्राम पुलिस केवल लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर उनको गुमराह कर रही है। और भ्रष्ट, दबंग रसूखदार राजनेताओं के हाथों की कठपुतली बनकर रह गई है आम लोगों को तो न्याय कम ही दिलवा पाए रही है।