सत्य खबर
राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के चलते स्वास्थ्य ढांचा बिगड़ते जा रहा है| अस्पतालों में संसाधनों की कमी साफ तौर पर देखी जा रही है| जहां एक तरफ लोग कोरोनावायरस से लड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बेडस्, दवाइयों और ऑक्सीजन के लिए लड़ाई जारी है, इसी बीच दिल्ली सरकार द्वारा जारी की गई ‘दिल्ली कोरोना’ Delhi corona ऐप के मुताबिक पूरी दिल्ली में केवल एक ही वेंटिलेटर बेड खाली है| यानी कि दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड भर चुके हैं| ऐप पर शुक्रवार शाम 4: 53 बजे की आखिरी अपडेट के मुताबिक एम्स ट्रॉमा सेंटर में कुल 71 वेंटिलेटर बेड में से केवल 1 ही वेंटिलेटर बेड बचा हुआ है| बाकी दिल्ली के सभी बड़े अस्पतालों में एक भी वेंटिलेटर बेड खाली नहीं है| वही आईसीयू बेड भी तेजी से भर रहे हैं|
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ऐप के मुताबिक 23 अप्रैल सुबह 8:00 बजे के अपडेट के मुताबिक ‘मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल, मालवीय नगर में 11 आईसीयू बेड और मेट्रो हॉस्पिटल, प्रीत विहार में शाम 6:00 बजे की अपडेट के मुताबिक केवल 6 आईसीयू बेड ही बचे हुए हैं, कुल मिलाकर पूरी दिल्ली में केवल 17 आईसीयू बेड बचे हैं| बाकी सभी अस्पतालों में आईसीयू बेड शून्य दिखाई दे रहे हैं| दिल्ली सरकार की इस ऐप के मुताबिक पूरी दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मौजूद कोरोना मरीजों के लिए कुल 20421 बेड्स में से 18515 बेड ऑक्यूपाइड हो चुके हैं केवल 1906 बेड खाली दिखाएं जा रहे हैं| जिन-जिन अस्पतालों में बेड खाली हैं वह भी खत्म होने की कगार पर हैं| बेस हॉस्पिटल दिल्ली कैंट में कोविड मरीजो के लिए केवल 4, एम्स ट्रॉमा सेंटर में 4, सरदार पटेल कोविड आर्मी हॉस्पिटल में 2, राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 2, आचार्य श्री भिक्षु गवर्मेंट हॉस्पिटल में 4, बेड बचे हुए हैं|
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