स्वरोजगार स्थापित कर जीवन में की जा सकती है बड़ी सफलता हासिल: उपायुक्त नरेश नरवाल
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि उद्यम स्थापित करवाकर लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सजृन योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत व्यक्ति सुक्षम उद्यम स्थापित करने के लिए 25 लाख रुपए तक की राशि का ऋण प्राप्त कर सकता है। जिस पर सरकार की ओर से 15 प्रतिशत से लेकर अधिक्तम 35 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है। नरेश नरवाल ने एमएसएमई विभाग के माध्यम से लागू की गई इस योजना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है। बेरोजगारी खत्म करने में यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है। जींद जिला में लोग इस योजना के तहत सुक्षम उद्यम स्थापित करने के प्रति अच्छी- खासी रूचि ले रहे है। अब तक जिला के 5०० से अधिक लोग इस योजना के तहत सुक्षम उद्यम स्थापित कर चुके है। उन्होंने एमएसएमई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इस योजना का अधिकाधिक लोगों को लाभ दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला के लोगों से भी कहा है कि वे इस योजना का लाभ लेकर सुक्षम उद्यम स्थापित करें ताकि खुद का तो रोजगार मिले ही साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार दिलवाने में सक्षम बन सके। इस योजना के अन्तर्गत दुग्ध उत्पाद, मधु मक्खी पालन, आटा चक्की, बेकरी, मिष्ठान, अनाज, मसाले समेत कई तरह के प्रसंस्करण स्थापित किए जा सकते है।
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प्रधानमंत्री सुक्ष्म साद्य प्रसंस्करण योजना के तहत स्वरोजगार के लिए दिया जा रहा एक करोड़ का ऋण : उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत उद्यमी नये उद्यम व पुराने (उद्यम फुड प्रोसेसिंग यूनिट )संचालित करने के लिए एक करोड़ रुपए तक की राशि का ऋण ले सकते है। इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य भारत में उद्योग एवं व्यापार की गति को तेज करना है। इस योजना के तहत उद्यमी मुर्गा पालन, मछली एवं समुद्री प्रंसस्करण, वसा तेल बीज प्रसंस्करण, मास एवं पोल्ट्री प्रसंस्करण, अनाज प्रसंस्करण, मसाले इत्यादि उद्यम स्थापित कर सकते है। इस योजना के अन्तर्गत उद्यमी को अधिक्त दस लाख रुपए तक की राशि का अनुदान दिया जा रहा है।
उद्यम को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए दिया जा रहा है प्रशिक्षण : उपायुक्त ने बताया कि इन दोनों योजनाओं के तहत स्थापित उद्यम को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। पंजाब नैशनल बैंक द्वारा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र चलाया जा रहा है। इस केन्द्र के माध्यम से उद्यमी को उद्यम सम्बन्धित आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र में अनेक प्रकार के स्वरोजगार से सम्बन्धित छोटी समय अवधि के कोर्स करवाए जा रहे है।
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उपायुक्त ने कहा कि जींद जिला प्रदेश के लगभग बीच में स्थित है। भौगलिकता के हिसाब से यहां उद्यम स्थापित करना उद्यमियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि उत्पाद बेचने के लिए मंडियों की निकटता का होना जरूरी होता है और जींद की कनटिविटी दिल्ली के साथ भी काफी बेहतर है, ऐसे में लोगों को चाहिए कि जींद में उद्यम स्थापित करें और इस योजना का भरपूर लाभ लें। उन्होंने कहा कि उद्यम स्थापित होने से जिला में रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी और जीवन स्तर में और सुधार होगा। उपायुक्त ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया को भी काफी सरल बनाया गया है। इच्छूक उद्यमी ऑनलाईन या ऑफलाईन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि ऑफलाईन आवेदन करने के लिए लघु सचिवालय स्थित जिला सुक्षम, लघु एवं मध्यम केन्द्र कार्यालय जींद में आवेदन कर सकते है। विभाग की वैबसाईट पर ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता है। इन योजनाओं की अधिक जानकारी लेने के लिए एमएसएमई के उपनिदेशक कपिल मित्तल के दूरभाष नम्बर 9416663991 पर सम्पर्क कर सकते है।
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