सत्य खबर, जयपुर
भारत में ढोंगी साधुओं -बाबाओं के आए दिन नए-नए कारनामें सामने आ रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान से सामने आया है। जिसमें सोने और रुपए को दोगुना करने का झांसा देकर ढोंगी बाबा शोभाराम ने कई लोगों को अपने जाल में फंसाया। लोगों को विश्वास में लेने के लिए कभी साफी गमछे से नोटों की गड्डियां निकालता तो कभी जमीन में से सोने-चांदी के कलश निकालता। ढोंगी बाबा ने अपने आस-पास गुर्गों की ऐसी गैंग तैयार की जो उसमें कभी देवता की छाया होने की बात करते तो कभी उसे चमत्कारी संत बताते। हालांकि अब बाबा पकड़ा गया है और पुलिस की गिरफ्त में है। वहीं बाबा से पीडि़तों में कई शिक्षित, नामी गिरामी और जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि तथाकथित बाबा शोभराम ने अगस्त 2020 में गुर्जर समाज के आराध्य रडिय़ा के देवजी मंदिर से इसकी शुरुआत की। यहां अलग.अलग तरह के चमत्कारों से लोगों पर विश्वास जमाया। इसके लिए ढोंगी बाबा ने मंदिर परिसर की जमीन से चांदी के सिक्कों से भरा एक कलश निकाला और अपनी साफी फेंक कर 500-500 के नोटों की गड्डियां भी निकाल कर दिखाईं। जब लोगों को अपने झाल में फंसाने की बात आई तो मंदिर का विकास भी करवा दिया। धीरे-धीरे लोगों का विश्वास बढऩे लगा तो इसके गुर्गों ने इसे चमत्कारी संत और इस पर भगवान की छाया होने की बात फैला दी। इससे लोगों का विश्वास पहले से ज्यादा बढ़ गया। अब वे यह दावा करने लगे कि बाबा कलश बंधवाने का अनुष्ठान करवाते हैं और इसमें रखे रुपए और सोना को दोगुना कर देते हैं।
वहीं मंदिर के पुजारी रामदेव गुर्जर ने बताया कि रोपा भीलवाड़ा निवासी शोभाराम धाकड़ ने कई फर्जी चमत्कार दिखा लोगों को झांसे में लिया। बताया कि एक बार शोभाराम ने अपने कंधे पर रखी साफी को उतारकर दूर फेंका और वापस लाने की बात कही तो उसमें से 500-500 रुपए की तीन गड्डियां निकली। यह देख वहां मौजूद लोग चकित हो गए। उसने मंदिर परिसर में खाली पड़ी एक जमीन की खुदाई की बात की और उसे खोदा तो चांदी के सिक्कों से भरा एक चरा कलश मिला। इसके बाद लोगों का उसके प्रति विश्वास बढ़ गया। यहां तक कि उसने मंदिर विकास की बात कही और बोला पैसे की कमी नहीं होगी। साफी की तरफ इशारा किया और मंदिर विकास के लिए रुपए भी दिए।
अपने फर्जी चमत्कार से वह लोगों को झांसे में लेने लगा। लोगों को लगा कि यह कोई संत है तो भीड़ होने लगी और इसी का फायदा इसके गुर्गों ने उठाया। यहां जो आए उन्हें यह कहा गया कि बाबा रुपए और सोना दोनों ही दोगुना कर देंगे। 51 हजार रुपए और 1 तोला सोना लेकर घरों में कलश बांधने का अनुष्ठान करवाना होगा। कई लोगों के घर अनुष्ठान किए। इसके बाद लोगों को बोलता 3 या 6 महीने हाथ मत लगाना। यदि हाथ लगाया तो यह कोयला बन जाएगा या फि र सांप निकलेगा। वह खुद आकर ही इसे खोलेगा।
आरोपी कलश बंधवाने का अनुष्ठान कराने के नाम पर रुपए व सोना रखवाता था और कई गुना करने के लिए लाल कपड़े से बांधकर उसे एक कमरे में रखवा देता था। इसी बीच नजर बचाकर वह यह रुपए व सोना पार कर लेता था। भिनाय थाने में एक पीडि़त की ओर से मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद जब लोगों ने अपने घरों में कलशों को देखा तो वहां कुछ नहीं मिला। ठगी का शिकार होने वालों में नामी गिरामी व पढ़े लिखे लोग शामिल हैं, लेकिन बदनामी के डर से अधिकांश लोग चुप्पी साधे बैठे हैं।
एक पीडि़त की शिकायत ने खोल दी पोल
बिलिया निवासी प्रसाद गुर्जर ने भिनाय थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि रोपा हाल मदनपुरा निवासी शोभाराम धाकड पुत्र नोरड़ा निवासी मोतीराम धाकड व भावता निवासी प्रधान धाकड उसके पास आए और कहा कि तुम्हारे घर में भगवान का ईष्ट है और उनके नाम से कच्चा कलश की स्थापना करनी है। इसमें 1 लाख रुपए नकद व सवा तोला सोना रख इसकी पूजा करवानी है। इससे कलश में रखा सोना डबल और 1 लाख रुपए के 11 लाख रुपए हो जाएंगे। यह कलश तुम वैशाख की पूर्णिमा 26 मई, 2021 को कलश खोल कर निकाल लेना।
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तीनों आरोपियों की बातों में आकर परिवार के सदस्यों ने कलश की स्थापना कर दी। इसमें एक लाख एक हजार नकद व सवा तोला सोना रख दिया। वहीं बाद में कुछ नहीं मिला तो भिनाय थाने में मामला दर्ज कराया गया। मामला दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी पकड़ा गया। आरोपी ढोंगी बाबा के पास से 49 ग्राम 310 मिली ग्राम सोने के आभूषण, नकली सोने की सिल्ली बरामद की गई है। वहीं इस बारे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केकड़ी घनश्याम शर्मा ने बताया कि आरोपी शोभाराम धाकड़ के खिलाफ भिनाय व केकड़ी थाने में मुकदमा दर्ज किए गए हैं। कुछ पीडि़त सामने आए हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में और भी लोग सामने आ सकते हैं। इसने अन्य जगह भी ठगी का जाल बिछाया हुआ था पूछताछ की जा रही है।
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