सत्य खबर, नई दिल्ली
पश्चिम विहार में रहने वाले एक शख्स के बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी (bitcoin and other crypto currency stolen) को बिना उनकी जानकारी के ट्रांसफर कर दिया गया. उस समय इनकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये थी और आज के समय में इनकी कीमत लगभग 4.5 करोड़ रुपये है. छानबीन के दौरान यह पता चला है कि फिलिस्तीन की मिलिट्री विंग हमास के खाते में इस रकम का एक बड़ा हिस्सा गया था. इसके अलावा टेरर फंडिंग करने वाले संगठन एवं इजिप्ट में रहने वाले दो लोगों के खाते में भी यह रकम गई है.
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार, शिकायतकर्ता की तरफ से पुलिस को यह बताया गया था कि उनके बिटकॉइन एवं क्रिप्टो करेंसी वॉलेट से बिना उनकी जानकारी के करेंसी ट्रांसफर कर दी गई हैं. इसकी कीमत उस समय लगभग 30 लाख रुपये बताई गई थी. पश्चिम विहार थाने में अदालत के आदेश पर यह FIR दर्ज हुई थी. बाद में इसकी जांच को स्पेशल सेल में ट्रांसफर कर दिया गया. छानबीन के दौरान साइबर सेल को पता चला कि उनकी क्रिप्टो करेंसी अलकसम ब्रिगेट के वॉलेट में गई है, जो फिलिस्तीन की संस्था हमास की है. ऐसे एक वॉलेट को इजरायल की नेशनल ब्यूरो ऑफ टेरर फंडिंग ने फ्रीज किया है. उस पर टेरर फाइनेंसिंग का आरोप लगता रहा है. यह वॉलेट मोहम्मद नसीर इब्राहिम अब्दुल्ला के नाम पर है.
इसके अलावा अन्य क्रिप्टोकरेंसी, जहां ट्रांसफर हुई है, वह इजिप्ट के गीजा से चल रही हैं. ऐसा ही एक वॉलेट अहमद मरजुक के नाम पर था. वहीं एक अन्य वॉलेट फिलिस्तीन निवासी अहमद यू एच के नाम पर है. यह क्रिप्टो करेंसी कई वॉलेट से होते हुए यहां तक पहुंची थीं. इससे यह पता चला है कि बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी फर्जी तरीके से वहां पर भेजी गई हैं. इसे लेकर आगे छानबीन की जा रही है.
Aluminium scrap smelting Aluminium tool recycling Metal waste recovery services