– रिक्वेस्ट मनी सुविधा के लिए सतर्क होकर करें क्लीक
– अनजान लोगों के लिए प्रोफाइल करें लॉक
– संदिग्ध माध्यम से प्राप्त लिंक पर न करें क्लीक
जींद, महाबीर मित्तल
उपायुक्त नरेश नरवाल ने जिला वासियों का आह्वान करते हुए कहा है कि वे अपने बच्चों के सोशल मीडिया, गेमिंग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि साइबर क्रॅाइम को लेकर आमजन को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि यूपीआई, गूगल पे, फोन पे व पेटीएम आदि के द्वारा रुपयों के लेन-देन की सुविधा दी गई है। इसमें एक विशेष सुविधा रिक्वेस्ट मनी के नाम से जानी जाती है, जिसका कार्य उधार रुपए लेने के लिए किया जाता है। इसलिए लिंक पर क्लिक करने से पहले पर कैंसिल व लेटर आदि विकल्पों पर ध्यान से क्लिक करें। उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि अनजान लोगों के साथ ऑनलाइन फें्रड न बने और अनजान लोगों के लिए अपनी सामाजिक प्रोफाइल को भी लॉक करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया व सामाजिक नेटवर्क में संवेदनशील और वित्तीय तथ्य प्रदान न करें। उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि किसी भी फर्जी फोन कॉल, एसएमएस, व्हाट्सएप, ई-मेल या किसी संदिग्ध माध्यम से प्राप्त ई-मेल और अटैचमेंट हाइपरलिंक और संक्षिप्त लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई जानकारी साझा करें। फर्जी लॉटरी, मोबाइल टावर, शादी का झांसा, एटीएम ब्लॉक, जॉब लगवाना, सस्ते लोन व चिटफंड आदि के बारे में कोई भी काल या विज्ञापन पर भरोसा न करें और न ही किसी खाते या वॉलेट में रुपए जमा करवाएं।
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लोगों को आगाह करते हुए उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि वे ओलेक्स, जॉब पोर्टल और बीमा वेबसाइटों जैसी वेबसाइटों पर लेनदेन करते समय पूर्ण रूप से सावधानी रखें। किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। रुपए प्राप्त करने के लिए किसी लिंक को क्लिक नहीं करना होता तथा सामान प्राप्त होने पर ही भुगतान करें। साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता लाने के उद्देश्य से उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि आजकल साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ रही है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को जागरूक रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मोबाइल पर आए किसी भी प्रकार के ओटीपी को किसी अनजान व्यक्ति को फोन या अन्य किसी माध्यम से ना दें। अपने मोबाइल को हमेशा लॉक से सुरक्षित रखें। एटीएम मशीन से निकासी तथा स्वैप करके खरीदारी अपने सामने ही करें तथा गोपनीय पिन को हाथ से छिपाकर डालें। साथ ही किसी अनजान की सहायता ना लें। उन्होंने कहा कि न्यूज़पेपर में निकले किसी भी विज्ञापन पर भरोसा करके रुपए जमा न करवाए और ना ही कोई व्यक्तिगत जानकारी साझा करें। उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि सार्वजनिक वाईफाई हॉटस्पॉट का उपयोग करने से बचें और यदि आवश्यक हो तो इसका उपयोग करते समय वीवीएन का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर लैपटॉप में ऑटो अपडेट के विकल्प को एक्टिव करके अपने एप्स और सॉफ्टवेयर को अपडेट रखें। भरोसेमंद स्त्रोतों से ही एप्स और सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें। किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले कंपनी का नाम संस्करण और समीक्षा देखें। उपायुक्त ने कहा कि अपने सिस्टम में कभी भी अज्ञात यूएसबी ड्राइव का उपयोग ना करें। सार्वजनिक या स्कूल के कंप्यूटरों पर अपने हाथों से लॉग आउट करें। उन्होंने कहा कि किसी भी साइबर अपराध संबंधित घटना होने पर तत्काल अपने बैंक, वॉलेट या अन्य संबंधित के कस्टमर केयर के नंबर पर कॉल करें और नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा के लिए टोल फ्री नंबर 15526० पर डायल कर सकते हैं। इसके अलावा पोर्टल cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
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