सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव बद्दोवाल स्थित टोल प्लाजा पर पिछले डेढ साल से नरवाना सहित गांव बदोवाल, दबलैन, सच्चाखेड़ा, भीखेवाला, गांव दनौदा कलां, दनौदा खुर्द का टोल टैक्स माफ था। जिसके तहत वाहन चालक आइडी दिखाकर बिना टोल दिये जा सकता था। परंतु अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधीकरण अथॉरिटी ने 7 जुलाई से नरवाना सहित 6 गांवों के वाहन चालकों से टोल टैक्स वसूलना शुरू कर दिया। इससे पहले गत 6 जुलाई को इन गांवों के ग्रामीणों ने सदर एसएचओ महेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपकर टोल टैक्स माफ करवाने की मांग थी और कहा था कि अगर उनकी इस जायज मांग को नहीं माना गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। परंतु टोल अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग को अनसुना करते हुए नरवाना सहित 6 गांवों के वाहन चालकों को फास्ट टैग लगाकर 265 रूपये का मासिक पास बनवाने के आदेश दे दिये। जिसके बाद टोल अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया और बदोवाल के टोल प्लाजा पर पहुंचकर टोल टैक्स माफ करने की मांग करने लगे। लेकिन टोल अधिकारी टोल माफ करने से इनकार करते रहे। जिससे ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर हंगामा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों द्वारा हंगामा करने की सूचना मिलते एसडीएम जयदीप कुमार, डीएसपी साधु राम, सिटी एसएचओ राकेश कुमार, सदर एसएचओ महेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण टोल माफ करने की मांग पर अड़े रहे।
एसडीएम ने टोल अधिकारियों व मौजिज व्यक्तियों की ली बैठक
टोल टैक्स न चुकाने के हंगामे को देखते हुए एसडीएम जयदीप कुमार ने टोल अधिकारी व मौजिज व्यक्तियों की बैठक ली। उन्होंने इस मामले में दोनों पक्षों की बात को सुना। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि टोल प्लाजा बनने से पहले जो ग्रामीणों से आपत्तियां ली गई थी, क्या वे उनके पास हैं? जब तक टोल टैक्स माफ करने की हिदायत नहीं आती, तब तक प्रशासन व ग्रामीणों में सामंजस्य बनाने रखने के लिए टोल टैक्स न वसूला जाये। जिसके बाद ग्रामीण संतुष्ट हो गये और अपने-अपने घर चले गये।
टोल कर्मचारियों की गुंडागर्दी के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
बिनैण खाप के प्रेस प्रवक्ता रघबीर नैन व अन्य ने कहा कि टोल प्लाजा पर अधिकारियों ने गुंडा टाइप के कर्मचारी रखे हुए हैं, जो वाहन चालकों से बड़ी बदतमीजी से पेश आते हुए मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक पिरथी सिंह नंबरदार व जिला पार्षद दर्शना देवी भीखेवाला से भी कर्मचारियों ने दुव्र्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि ठेके पर लगे दुव्र्यवहार करने वाले कर्मचारियों को तुरंत हटाया जाये। अन्यथा ग्रामीण इस मामले में ठोस कदम उठायेंगे। जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।
पुलिस की मौजूदगी में टोल कर्मचारियों ने वाहन चालक को धमकाया
नरवाना सहित 6 गांवों के वाहन चालकों को प्रशासन द्वारा बिना टोल टैक्स दिये गुजरने की हिदायत दे दी थी, तो टोल कर्मचारियों ने वाहनों को निश्शुल्क निकलने से इनकार कर दिया। जिससे वाहन चालक व कर्मचारियों में तू-तू, मैं-मैं हो गई और कर्मचारियों ने वाहन चालक को धमकाना शुरू कर दिया। यहीं नहीं टोल कर्मचारी पुलिस की मौजूदगी में वाहन चालक को मारने के लिए दौड़े। जिसके बाद वाहन चालक ने भागकर पुलिस कर्मचारियों के पीछे खड़े होकर अपनी जान बचाई। टोल कर्मचारियों द्वारा लड़ाई-झगड़ा करने पर एसडीएम ने ठेकेदार व एक अन्य व्यक्ति को व्यवस्था बिगाडऩे को लेकर थाना में ले जाने के आदेश दिये।
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