नगर का कोई ऐसा कौना नहीं जहां जलभराव ना हुआ हो
पालिका को कोसते नजर आए नगर के लोग
सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: सफीदों क्षेत्र में सोमवार को इंद्र देवता जबरदस्त मेहरबान होकर बरसे। इस बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ और लोगों को गर्मी से राहत भी मिली लेकिन इस बारिश के आगे सफीदों नगर में करोड़ों की लागत हुए विकास कार्यों के दावे बौने पड़ते दिखाई दिए। नगर का कोई ऐसा कौना नहीं बचा होगा जहां पर बरसाती जलभराव ना हुआ हो।
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करोड़ो रूपए खर्च करके निकासी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दावे तो किए गए लेकिन सभी दावे धराशाही हो गए और वे विकास के दावे लोगों का मुंह चिढ़ा रहा थे। इस पहली सामान्य बारिश प्रशासन व नगरपालिका के सामने एक सबक छोड़ा है कि या तो निकासी के प्रबंध पूरे कर ले अन्यथा आगे हालात ओर अधिक बदतर हो सकते हैं। सोमवार को हुई बारिश ने यहां की पुरानी अनाज मंडी, मकबरा रोड़, जींद रोड़, रेलवे रोड़, गीता कालोनी, भाट कालोनी, सब्जी मंडी, आदर्श कालोनी, महात्मा गांधी मार्ग, जैन मंदिर रोड़, मस्जिद रोड़, सरला देवी कन्या कालेज रोड़ के अलावा अनेक स्थानों पर कई-कई फीट पानी भर गया।
नगर के रेलवे रोड़ स्थित लोक निर्माण विश्राम गृह, जींद रोड़ स्थित सदर थाना व बीडभ्ीओ कार्यालय, हाट रोड स्थित पीडब्ल्यूडी व फूड एंड स्पलाई कार्यालयों में भी भारी मात्रा में पानी जमा हो गया। नगर का कोई ऐसा कौना नहीं बचा जहां जलभराव ना हुआ हो। सड़कों पर इतना पानी खड़ा हो गया कि वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। निकासी व्यवस्था के अभाव में बरसाती पानी ने लोगों के घरों व दुकानों में दस्तक दे दी और पालिका को कोसते हुए लोग अपने घरों व दुकानों से गंदा पानी निकालते दिखाई दिए।
सफीदों में निकासी के लिए अनेक नाले-नालियां बनी लेकिन उनकी समुचित सफाई ना होने के कारण वे गंदगी से भरी पड़ी है, जिसकी तरफ पालिका का ध्यान नहीं है। भले ही इस बारिश ने मुसीबतें खड़ी की हो लेकिन कहीं ना कहीं गर्मी से कुछ राहत देने का काम किया है। बारिश से किसान वर्ग खुश है। इस बारिश ने सूख रही धान की फसलों को संजीवनी देने का काम किया है।
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