सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
प्रदेश की मंडियों में धान की सरकारी खरीद 25 सितंबर से शुरू हो गई थी, लेकिन एजेंसियां मिलरों के साथ मिलकर धान की खरीद शुरू नहीं कर रही थी। जिसके कारण किसान अपनी फसल के साथ कई दिन से मंडियों में पड़े हुए थे। भारतीय किसान संघर्ष समिति द्वारा धान की खरीद शुरू न किये जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी थी, जिसके बाद प्रशासन इस मामले में सचेत हो गया और उन्होंने एजेंसियों से धान न खरीदने पर नोटिस जारी कर दिये। इसके बाद बुधवार 2 अक्तूबर को मेला मंडी में दोपहर बाद हैफेड एजेंसी द्वारा धान की खरीद शुरू कर दी गई। भारतीय किसान यूनियन, हरियाणा के महासचिव जिया लाल ढुंढवा ने कहा कि एजेंसी द्वारा केवल 17 प्रतिशत नमी वाली धान की खरीद की जा रही है और बाकी छोड़ी जा रही है। उन्होंने सरकार से व खरीद एजेंसियों से मांग की है कि किसानों की फसलों को पूरे रेट पर खरीदा जाये तथा नमी को 18-19 प्रतिशत मान्य किया जाये। उन्होंने कहा कि मौसम की खराबी के कारण किसानों को डर सता रहा है कि उनकी फसल खराब न हो जाये। उन्होनें कहा कि अगर सरकार ने किसानों की फसल को पूरे दाम पर नहीं खरीदा, तो भाकियू आंदोलन करने पर मजबूर होगी, जिसकी जिम्मेवारी सरकार व प्रशासन की होगी। इस अवसर पर सतपाल, बनी सिंह, सत्यवान नैन, संदीप नैन, मोदी, अशोक दनौदा आदि किसान मौजूद थे।
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