सत्यखबर, बरोदा
बरोदा विधानसभा क्षेत्र एक नजर में
आबादी : 270548
मतदाता : 1,78,158
पुरुष मतदाता : 97886
महिला मतदाता : 80,272
बूथ : 280
बता दे की बरोदा उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। 10 नवंबर को तय हो जाएगा कि इस बार बरोदा की जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है। कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के बाद पहली बार बरोदा में उपचुनााव होने जा रहा है। बरोदा विधानसभा क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता है। कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा यहां से लगातार तीन बार विधायक रहे।हालांकि इससे पहले यह इनेलो का गढ़ माना जाता था और वर्ष 1977 से 2005 तक ताऊ देवीलाल व ओमप्रकाश चौटाला के प्रत्याशी ही यहां से जीतते रहे। भाजपा का अब तक यहां खाता नहीं खुला है। इस बार इनेलो और कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने की हर मुमकिन कोशिश में जुटी है।
बता दे की जाट बाहुल बरोदा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा होते ही सत्तारूढ़ भाजपा, विपक्षी दल कांग्रेस, इनेलो के नेता सक्रिय हो गए हैं। संभावित प्रत्याशियों के नामों पर भी लोगों में चर्चा शुरू हो गई है। बरोदा हलका 2009 में सामान्य हुआ था, इससे पहले आरक्षित था। वर्ष 2019 के चुनाव में श्रीकृष्ण हुड्डा ने भाजपा के उम्मीदवार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त को 4840 वोटों से हराया था। उपचुनाव में भाजपा यहां अपना परचम लहराने के लिए जी-ताेड़ कोशिश में लगी है। इसके लिए भाजपा पिछले दो महीने से यहां सक्रिय है। प्रदेश के कृषि मंत्री को यहां का प्रभारी भी नियुक्त किया गया है। इस दौरान भाजपा बरोदा को दो महाविद्यालय देने के अलावा जनता शिक्षण संस्थान को विश्वविद्यालय का दर्जा और राइस मिल, आइएमटी केे अलावा करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की भी घोषणा कर चुकी है।
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भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के संभावित उम्मीदवारों में सबसे ऊपर ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त का नाम है। दत्त 2019 में भाजपा के उम्मीदवार थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। इनके अलावा डॉ. कपूर नरवाल भी भाजपा के प्रबल दावेदारों में हैं। वे 2019 के चुनाव से पहले जजपा छोड़ कर भाजपा में आए थे। डॉ. नरवाल भी इनेलो में रहते हुए बरोदा से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं। बरोदा हलका जाट बाहुलह है, इसलिए इनकी संभावना बनती है।
कांग्रेस से पूर्व विधायक स्व. श्रीकृष्ण हुड्डा के बेटे जितेंद्र उर्फ जीता हुड्डा प्रमुख दावेदार हैं। इनके अलावा पूर्व सांसद स्व. किशन सिंह सांगवान के बेटे प्रदीप सांगवान भी प्रबल दावेदार हैं। हलके में किशन सिंह सांगवान की अच्छी पकड़ रही है और अब उनके बेटे प्रदीप के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के परिवार से अच्छे संबंध हैं। पूर्व जिला पार्षद इंदुराज नरवाल, सेवानिवृत्त कर्नल रोहित मोर, मास्टर जगबीर मलिक भी टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के बरोदा हलका के अध्यक्ष जोगेंद्र मलिक उपचुनाव में उम्मीदवार हो सकते हैं। उन्होंने 2019 का चुनाव भी लड़ा था। सुरेंद्र सिरसाढ़ भी इनेलो के प्रबल दावेदार हैं। वे गांव मुंडलाना स्थित गोशाला के प्रधान रह चुके हैं और वे पूर्व में निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके हैं
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