सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – प्रदेश सरकार द्वारा गांवों में लोगों का स्वास्थ्य ठीक रहे, इसके लिए पार्क व व्यायामशाला का निर्माण करवाया है। लेकिन यही पार्क व व्यायामशाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रहे हैं। इसका एक उदाहरण गांव बेलरखां की व्यायामशाला व पार्क का दिया जा सकता है। जहां ठेकेदार ने पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ मिलिभगत कर व्यायामशाला में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया। जिससे व्यायामशाला व पार्क की हालत बद से बदतर हो गई है। इससे ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी रोष है।
ग्रामीणों रामफल, सुभाष, पंच घनश्याम, पवन कुमार, भगवानदास, अनिल, राजू बिलस, प्रदीप धतरवाल, रमेश आदि का कहना है कि व्यायामशाला के निर्माण के समय ठेकेदार द्वारा घटिया ईटों का इस्तेमाल किया था, जिसकी शिकायत पंचायत विभाग के अधिकारियों को दी थी। लेकिन अधिकारियों ने इस मामले में कोई कारवाई न करते हुए निर्माण कार्य को जारी रखवाया। जिससे ठेकेदार के हौंसले बुलंद हो गये। उन्होंने बताया कि व्यायामशाला की चारदीवारी का निर्माण करवा दिया गया। उसके बाद व्यायामशाला व पार्क में चारों तरफ फुटपाथ बनाये गये, लेकिन ठेकेदार ने फुटपाथ बनाते समय भी लेवल का ध्यान नहीं रखा।
जिसका नतीजा यह निकला कि व्यायाशाला के उद्घाटन के बाद जगह-जगह फुटपाथ बैठ गये और इससे ग्रामीणों को सैर करने के लिए परेशानी होने लगी। उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा पार्क व व्यायामशाला को मिट्टी डालकर समतल नहीं किया गया, जिससे जगह-जगह गड्ढे बन गये। उन्होंने बताया कि फुटपाथ बनाते समय 3-4 इंच क्रैशर, 4 इंच गटका और उसके बाद रोलर फेरना पड़ता है, लेकिन उस पर मिट्टी डालकर ब्लॉक बिछा दिये गये। इससे जगह-जगह ब्लॉक बैठ गये। यही नहीं व्यायामशाला की चारदीवारी में जगह-जगह दरारें आ चुकी हैं, जो कभी भी गिर सकती हैं।
इस प्रकार यह सब भ्रष्टाचार की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि व्यायामशाला व पार्क में इस्तेमाल की घटिया सामम्री व पूरे मानक पर न उतरने के कारण इसकी विजिलेंस जांच करवाई जाये, ताकि भ्रष्टाचारियों अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ कारवाई की जा सके।
व्यायामशाला में सुविधा के नाम पर कुछ नहीं
गांव बेलरखां में व्यायामशाला व पार्क का निर्माण लागत लगभग 34 लाख रखी गई थी। जिसमें ठेकेदार को व्यायामशाला में बिजली व पानी का भी प्रबंध करना था। लेकिन ठेकेदार द्वारा लाइट के पिलर लगा दिये गये और शौचालय बनवा दिये गये। लेकिन व्यायामशाला में बिजली का प्रबंध ही नहीं किया गया। जिससे खिलाडिय़ों को अंधेरे में ही प्रैक्टिस करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं शौचालयों में पानी का बंदोबस्त ही नहीं है। जिससे लड़कियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
गांव बेलरखां की व्यायामशाला का निर्माण किस प्लान के तहत हुआ था। इसके बारे में पता किया जायेगा। अगर व्यायामशाला व पार्क में भ्रष्टाचार हुआ है, तो अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ आवश्यक कारवाई की जायेगी।
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