सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा के मनरेगा मजदूरों ने सोमवार को मजदूरी ना मिलने को लेकर एसडीएम मनदीप कुमार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने आई महिला मनरेगा मजदूर शकुंतला, बाला, मीना, रीना, सुदेश, रेशमा, सुदेश, चंद्रपति, कमला, गुड्डी, भतेरी, बीरमति, सावित्री, प्रमिला, रामरती, निर्मला, प्रेमो, शीला व ओमी का कहना था कि हम करीब 50 मजदूरों ने मनरेगा स्कीम के तहत मेट तेजवीर के कहने पर 27 सितम्बर 2016 से काम शुरू किया था लेकिन आजतक उन्हे मजदूरी के पैसे नहीं मिले।
जब हमने मेट से अपनी मजदूरी के पैसे मांगे तो उसने कहा कि यह ग्राम पंचायत का कार्य है, पैसे ग्राम पंचायत देगी। जब उन्होंने ग्राम सरपंच पैसे मांगे तो उसने कहा कि यह ग्राम ग्राम पंचायत का कार्य नहीं है और उनके पैसे मेट ही देगा। उन्हे ना तो मेट की ओर से और ना ही ग्राम पंचायत की ओर से पैसे दिए जा रहे है और अपनी मेहनत-मजदूरी के पैसे की खातिर पिछले 2 वर्षों से कभी मेट तो कभी सरपंच के यहां धक्के खा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव में कियर कार्य के लिए मेट द्वारा भाई-भतीजावाद बरता जाता है और अपने आदमियों को काम पर लगा रहा है और उन्हे काम पर नहीं लगाया जा रहा। इसके साथ-साथ मेट द्वारा जेसीबी से कार्य करवाया जाता है और अपने लगाए गए आदमियों की बिना काम किए फर्जी हाजिरी लगाकर उन्हे मजदूरी के पैसे जारी किए जा रहे हैं।
इसके अलावा हम मजदूरों को जॉब कार्ड भी जारी नहीं किए गए हैं और 15 दिन कार्य करवाने के बाद 10 दिन के पैसे देने की बात कही जाती है। मजदूरों ने कहा कि वे गरीब परिवार से संबंध रखते हैं और कई महिलाएं विधवा का जीवन बसर कर रही है। मजदूरी के पैसे ना मिलने के कारण उनका जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने एसडीएम ने गुहार लगाई कि उनके मजदूरी के पैसे दिलवाएं जाएं। मजदूरों का ज्ञापन लेने के उपरांत एसडीएम ने मनरेगा मजदूरों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
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