केंद्र सरकार द्वारा बनाए कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसान दिल्ली बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से डेरा जमाए हुए हैं….जिनके समर्थन में हरियाणा के किसानों का दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है..इसी के चलते इंद्री में हजारों की तादाद में किसान अनाज मंडी में एकत्रित हुए…और किसान आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई गई….और 2 महीने का रासन पानी ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर दिल्ली और रवाना हुए…इस दौरान किसानों ने कहा कि जब तक सरकार इन काले कानूनों को वापस नहीं लेती वो अपना डेरा वहीं जमाएंगे…
वहीं भारतीय किसान यूनियन के हल्का प्रधान सतीश कलसोरा ने कहा कि अपने हक की लड़ाई को लेकर किसान पीछे नहीं हटेंगे भले ही कितना समय लग जाए…साथ उन्होंने कहा कि वो काले झंडे दिखाकर बीजेपी नेताओं का विरोध भी करते रहेंगे
बता दें कि इस दौरान किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की…किसानों के मुताबिक एक तरफ तो सरकार किसानों का भला चाहती है, वहीं दूसरी तरफ अपने अड़ियल रवैया पर अड़ी हुई है…जब किसान इन कानूनों के हक में नहीं है तो फिर सरकार इन्हें रद्द क्यों नहीं करती..किसान अपने अच्छे या बूरे को भली-भांति समझ रहा है…चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने कोरोना की आड़ में ये कानून बनाकर एक बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा है…इंद्री से मैनपाल सिंह की रिपोर्ट
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