सत्यखबर,नोएडा
मूक बधिर बच्चों के धर्मांतरण मामले में एंटी टेररिस्ट स्क्वायड ( एटीएस) के खुलासे के बाद नोएडा डेफ सोसाइटी स्कूल का एक स्टाफ और एक शिक्षक रडार पर हैं। एटीएस की जांच में दोनों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। बताया जाता है कि दोनों संदिग्धों में से एक ने यहां से नौकरी छोड़ दी है।
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मूक बधिर छात्रों व कमजोर आय वर्ग के लोगों को लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले सिंडिकेट के दो आरोपियों मुफ्ती काजी जहांगीर और मोहम्मद उमर गौतम को एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों से जब पूछताछ में नोएडा कनेक्शन सामने आया है। पता चला कि सेक्टर-117 के प्लॉट संख्या एसबी-31 में नोएडा डेफ सोसाइटी नामक एक स्कूल है। यहां मूक बधिर बच्चों व बड़ों को शिक्षा दी जाती है। इस स्कूल में पढ़ने वाले दो बच्चों को इस सिंडिकेट की तरफ से प्रलोभन देकर इस्लाम धर्म में शामिल कराया गया। एटीएस की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी स्कूल के कुछ लोगों के संपर्क में थे। इनमें एक शिक्षक व एक स्टाफ का नाम आ रहा है।
बताया जाता है कि गिरफ्तार आरोपी या सिंडिकेट में शामिल लोग स्कूल में नहीं आकर बाहर मिलते थे। वहां स्कूल के मूक बधिरों के बारे में पूरी जानकारी लेते थे और उसकी प्रोफाइल तैयार करते थे। फिर मौका पाकर उन बच्चों से संपर्क कर लालच देते थे और धर्मांतरण कराते थे। आशंका जताई जा रही है कि नोएडा डेफ सोसाइटी के कई और बच्चों का धर्मांतरण कराया गया है।
शादी का प्रलोभन धर्मांतरण में अहम
एटीएस की जांच में पता चला है कि धर्मांतरण कराने वाला सिंडिकेट आईएसआई की मदद से विदेशी फंडिंग से इस काम को कराते थे। इस मॉड्यूल के तहत मूक बधिर बच्चों को टारगेट किया गया। इन मूक बधिरों को पैसे व नौकरी का लालच तो दिया ही गया और साथ में शादी का भी प्रलोभन दिया गया। शादी का प्रलोभन मूक बधिर को अधिक प्रभावित करता था। सिंडिकेट के गिरफ्तार आरोपी उमर गौतम ने भी मुस्लिम युवती से शादी कर इस्लाम धर्म कबूला था।
नोएडा पुलिस ने डेफ सोसाइटी जाकर जांच की
सोमवार दोपहर को कोतवाली सेक्टर-49 के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह सेक्टर-117 स्थित नोएडा डेफ सोसाइटी पहुंचे। वहां जाकर पुलिस की टीम ने मौजूद स्टाफ, कर्मचारियों से पूछताछ की और स्कूल के बारे में पूरी जानकारी ली। करीब एक घंटे तक पुलिस की टीम ने छानबीन की।
सोसाइटी का बोर्ड किया अंदर, मोबाइल बंद
इस मामले के सामने आने के बाद जब अमर उजाला की टीम नोएडा डेफ सोसाइटी पहुंची तो स्कूल के अंदर केवल दो स्टाफ मिले। हालांकि दोनों ने बातचीत से इनकार कर दिया। बिल्डिंग के बाहर लगे बोर्ड को हटाकर अंदर कर दिया गया था। इस बोर्ड पर दो मोबाइल नंबर दिए गए थे जो बंद था।
नोएडा डेफ सोसाइटी की संचालिका से पुलिस ने किया संपर्क
कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस की जांच में पता चला है कि नोएडा डेफ सोसाइटी का संचालन समाजसेवी रूमा रोका कर रही थीं। रूमा रोका पहले सेक्टर-30 में मूक बधिरों के लिए कार्यक्रम चलाती थी। अब उन्होंने सेक्टर-117 में स्कूल खोला है। पुलिस की तरफ से संचालिका रूमा रोका से संपर्क किया तो उनके लखनऊ में होने की जानकारी दी गई।
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