सत्यखबर सफीदों, (महाबीर) – प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सफीदों के महाराजा जनमेजय स्टेडियम में लगाए गए हेल्थ, वेल्थ व हैप्पीनेश मेले को देखने के लिए हजारों दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है और मेले में 27 फूट ऊंचा कुंभकर्ण व कलाकारों के संवाद सबसे आर्कषण का केंद्र बने हुए हैं। पानीपत सर्कल इंचार्ज ब्रह्मकुमारी बहन सरला ने बताया कि केवल सफीदों शहर ही नहीं बल्कि आसपास गांवों के लोग मेले के प्रति काफी उत्सुकहै और 2 दिनों में करीब एक दर्जन से ज्यादा निजी व सरकारी स्कूलों के हजारों विद्यार्थी मेला देखने पहुंच चुके हैं।
ब्रह्मकुमारीज सफीदों सेवाकेंद्र इंचार्ज बहन स्नेह ने कहा कि मेले में आकर लोगों ने आध्यात्मिक चित्र एवं प्रदर्शनी के माध्यम से खुद को और खुदा को जाना है। वैसे तो मेले में बने हर पंडाल से लोग खुशी में झूमते हुए निकल रहे थे लेकिन जिस स्थान को स्वर्ग की तरह सजाया हुआ है उसे देखने और सेल्फी लेने खासकर युवा व अन्य सभी वर्ग के लोगों की काफी भीड़ जमा रहती है। यहां से लोगों ने सीखा है कि फिर से इतिहास दोहराया जाने वाला है। जहां हर मनुष्य निर्विकारी होते हैं, उस स्वर्गिक दुनिया में मनुष्य तो क्या पशु-पक्षी भी मिलजुलकर रहते हैं।
इस झांकी में शेर व बकरी एक घाट पर पानी पीते हुए दिखाए हैं। स्वर्ग की झांकी में सोने के महल और फव्वारे आदि लगाए हैं। इन झांकियों के गाइड ब्रह्मकुमार भ्राता मोहन ने बताया कि यह वही दुनिया है जिसको कोई स्वर्ग, कोई जन्नत तो कोई बहिश्त या अल्लाह का बगीचा के नाम से जानता है। उन्होंने कहा कि अब यह स्वर्ग की दुनिया आने वाली है। शीघ्र ही सृष्टि का महापरिवर्तन का कार्य शुरू होने वाला है। इसके साथ ही एक तरफ 27 फूट के कुंभकर्ण को दिखाया जा रहा था जहां वो खर्राटे लगाकर सोया है और फिर उसको शिव शक्तियों ने ज्ञान अमृत द्वारा जगाया गया। उस पंडाल की गाइड ब्रह्मकुमारी बहन ने स्पष्ट किया कि ये कुंभकर्ण अज्ञान में सोए हुए आज के इंसान का प्रतीक है।
ये वास्तव में स्थूल कुंभकर्ण की बात नहीं बल्कि ये उस आत्मा को दर्शाता है जो परमात्मा के ज्ञान से विमुख होकर विकारों में लिप्त नशे में चूर सोए हुए पड़ा हैं। मेला समन्वयक ब्रह्मकुमार भ्राता कर्ण ने जानकारी में बताया कि मेले का निर्माण करीब 5 वर्ष पूर्व हुआ था। इसकी शुरुआत अंम्बाला शहर से 21 मार्च 2015 को की गई। शुरूआत में इतने पांडाल नहीं होते थे लेकिन अब समाजिक उत्थान एवं लोगों में नैतिक व आध्यात्मिक जागरूकता लाने हेतू चित्र प्रदर्शनियों की संख्या बढाई गई है। अब तक 8 राज्यों में 24 मेले लगा चुके हैं। सफीदों में यह 25वां मेला है।
rociofaks.com
따라서 홀 전체에서 아무도 뭔가 잘못되었다고 느끼지 않았습니다.
https://cse.google.com.jm/url?sa=t&url=http%3A%2F%2Fclemonsjerseys.com%2F
digiapk.com
폐하… 선조법에 불만은 없으신지요, 선조법을 바꾸려는 의도는 없습니까?
restaurant-lenvol.net
이 사람… 미쳤어, 음식 가격이 얼마야?
Scrap metal sourcing solutions Ferrous material recycling plant Iron waste recycling plant
Ferrous material recycling record-keeping, Scrap iron collection, Scrap metal disposal services
Copper wire scrap Copper alloy reusing Scrap metal disposal services
Copper cable scrap sustainable practices, Metal reclaiming yard services, Copper scrap inspection