राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणगढ़ में एलजीबीटीक्यूआईए सबटेक्स्ट इन लिटरेचर इंटरसेक्शंस एंड ट्रांजशिंस विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
डॉक्टर निखिलेश यादव प्रोफेसर एंड चेयर अंग्रेजी विभाग इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाड़ी हरियाणा ने किया सम्बोधित
सत्य खबर, नारायणगढ़ (सरिता धीमान)। उच्चतर शिक्षा विभाग के तत्वाधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणगढ़ के अंग्रेजी विभाग द्वारा एक दिवसीय ऑन लाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी का शीर्षक एलजीबीटीक्यूआईए सबटेक्स्ट इन लिटरेचर इंटरसेक्शंस एंड ट्रांजशिंस रहा। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की संरक्षिका प्राचार्या भूपिन्दर के धीमान और संयोजक संजीव कुमार विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग रहे। संगोष्ठी को ऑनलाइन मोड से आयोजित करवाया गया जिसमें देश भर से 200 से अधिक विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं तथा प्राध्यापकों ने भाग लिया व सम्बंधित विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी की सह संयोजिका डॉ सीमा राणा ने मुख्य वक्ता तथा अन्य वक्ताओं का स्वागत किया। अंग्रेजी विभागाध्यक्ष संजीव कुमार ने सेमिनार के विषय में विस्तार में बताते हुए कहा कि एलजीबीटीक्यूआईए सबटेक्स्ट इन लिटरेचर इंटरसेक्शंस एंड ट्रांजशिंस एक अहम् व संवेदनशील विषय है जिस पर आज के प्रवेश में चर्चा होना अत्यंत आवश्यक है। प्राचार्या ने अपने सम्बोधन में सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आशा जताई कि इस संगोष्ठी से बुद्धिजीवी वर्ग को शोध एवं मंथन के लिए एक संवेदनशील विषय मिला है जिससे समाज को इस विषय को और अधिक जानने पहचानने की दिशा मिलेगी। इस संगोष्ठी के बीज वक्ता डॉक्टर निखिलेश यादव प्रोफेसर एंड चेयर अंग्रेजी विभाग इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर रेवाड़ी हरियाणा रहे जिन्होंने उदाहरणों द्वारा विस्तार में विषय पर प्रकाश डाला और कहा कि यह एक विस्तृत विषय है जिस पर समाज को खुल कर बात करनी चाहिए तथा समलैंगिक व सम्बंधित लोगों को समाज में एक समान स्थान देना चाहिए। प्रथम तकनीकी सत्र की चेयरपर्सन डॉ अदिति अभिषिकता और दूसरे सत्र की अध्यक्षता डॉ तुष्टि शर्मा ने की तथा मॉडरेशन डॉ शुभम ने किया। इन तकनीकी सत्रों में 150 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए जिसमें वक्ताओं ने संगोष्ठी से सम्बंधित विषय के भिन्न-भिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और विस्तृत चर्चा की। इस संगोष्ठी में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में डॉक्टर अजीत सिंह डिप्टी डायरेक्टर उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा शामिल हुए और संगोष्ठी के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने विचार प्रकट किये। समापन सत्र की मुख्य वक्ता महालक्ष्मी राघवन लेखक एवं अनुवादक, सचिव ट्रांसजेंडर रिसोर्स सेंटर मदुरई तमिलनाडु रही जिन्होंने समाज के विभिन्न रीती रिवाजों व आम धार्मिक समारोहों में प्रचलित लैंगिग भेदभाव पर विस्तार से अपने विचार रखे। उन्होंने इतिहास, पौराणिक कथाओं, किवदंतियों एवं धार्मिक पुस्तकों में वर्णित उदाहरणों द्वारा संगोष्ठी के विषय पर बात की। तत्पश्चात डॉक्टर अपूर्वा चावला सहायक प्रोफेसर ने संगोष्ठी की पूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की। संगोष्ठी के अंत में संयोजक संजीव कुमार ने संगोष्ठी से सम्बंधित सभी का धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक सुभाष कुमार अर्थशास्त्र विभाग, संजीव कुमार इतिहास विभाग, अनिल सैनी केमिस्ट्री विभाग व डॉक्टर स्वर्णजीत सिंह कंप्यूटर साइंस विभाग का महत्वपूर्ण योगदान रहा।