सत्य खबर, रीवा
रीवा में नाबालिग से रेप के आरोपी महंत के खिलाफ जांच सर्किट हाउस के कमरा नंबर 4 पर आकर ठहर गई। यह कमरा आरोपी सीताराम दास को एक मंत्री के कहने पर दिया गया था। जांच के दौरान मंत्री की भूमिका पता चली तो अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने जांच बीच में रोक दी। अब ये अफसर मंत्री को बचाने में जुट गए हैं।
जबकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुले मंच से कह चुके हैं कि कमरा दिलवाने वाले को भी नहीं छोड़ेंगे। हालांकि, तब तक यह पता नहीं चला था कि कमरा किसने बुक कराया था।
अब भोपाल से ही इस पर फैसला होगा कि क्या करना है।कमरा अलॉट करने वाले SDM का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विनोद पाण्डेय और उसके गुर्गों ने सर्किट हाउस पर कब्जा कर रखा था।
जबकि, सर्किट हाउस के एंट्री रजिस्टर का वह सबूत है, जिसमें लिखा है कि 4 नंबर कमरा SDM अनुराग तिवारी ने विनोद पाण्डेय को अलॉट किया है। यानी साफ है कि अफसर अब इस मामले को दबाने में जुट गए हैं। सर्किट हाउस बुक कराने में जिस मंत्री का नाम आ रहा है, वह दो साल पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे
कलेक्टर मनोज पुष्प कहते हैं- ‘मंत्रीजी के कहने पर कमरा बुक हुआ था या किसी और के कहने पर, ये अभी जांच का विषय है। एक-दो दिनों में सब साफ हो जाएगा।’
CM का आदेश याद दिलाया तो कलेक्टर बोले- ‘जांच तक इंतजार करना होगा।
‘एसपी नवनीत भसीन का जवाब भी अस्पष्ट है। उन्होंने कहा- ‘एसडीएम को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है कि किसके कहने पर कमरा बुक हुआ था। वे लिखित में जो जवाब देंगे, उसी आधार पर आगे कार्रवाई करेंगे।
‘एसडीएम अनुराग तिवारी कहते हैं ‘सर्किट हाउस का कमरा नंबर 4 मैंने आवंटित नहीं किया था। विनोद पाण्डेय और उसके गुर्गे वहां जबरन कब्जा किए हुए थे।’SDM भी झूठ बोल रहे, सबूत हैं हमारे पासजिस कमरे में सतना की नाबालिग के साथ महंत सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी ने दुष्कर्म किया, वह कमरा हिस्ट्रीशीटर विनोद पाण्डेय के नाम पर अलॉट हुआ
मौजूद सर्किट हाउस की बुकिंग के रिकॉर्ड में लिखा है कि कमरा SDM अनुराग तिवारी द्वारा विनोद पाण्डेय को आवंटित किया गया हैरेप के आरोपी महंत से सरकार के मंत्री लेने आते थे आशीर्वाद 28 मार्च को रीवा के सर्किट हाउस (राजनिवास) के कमरा नंबर 4 में सतना की नाबालिग के साथ महंत सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी ने दुष्कर्म किया था। पहले किशोरी को जबरन शराब पिलाई, फिर उसके साथ हैवानियत की।
किशोरी को हिस्ट्रीशीटर विनोद पाण्डेय ने सर्किट हाउस में बुलवाया था। महंत से सरकार के कई मंत्री आशीर्वाद लेने आते थे जिसके सबूत फोटो के तौर पर यहां दिए जा रहे हैं।कमरा देने की जिम्मेदारी सत्कार अफसर कीघटना के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, आनन-फानन में महंत, हिस्ट्रीशीटर सहित 7 आरोपियों को रीवा पुलिस ने गिरफ्तार किया।
सर्किट हाउस में कमरा अलॉट करने की जिम्मेदारी जिले के सत्कार अधिकारी की होती है। यह जिम्मेदारी एसडीएम अनुराग तिवारी के पास है।
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घटना के बाद से ही तमाम सवाल उठ रहे हैं। कमरा अलॉट कैसे हुआ? किसने अलॉट कराया? किसकी सिफारिश पर अलॉट हुआ? प्रशासनिक और पुलिस अफसर इस मामले चुप हैं। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया, जेल भेजा, लेकिन कमरा अलॉट करने को लेकर पड़ताल रोक दी।
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