सत्य ख़बर, दिल्ली
जैसा कि हम सब जानते हैं कि रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच जंग छीड़ी हुई है। इस युद्द में ऑटो इंडस्ट्री को काफी नुकसान हो रहा है। जीएम मोटर्स और अन्य ऑटो मेकर्स ने रूस में अपने व्यापार को बंद किया। कंपनी का कहना है कि रूस से हम अपने व्यापार को बंद कर रहे हैं।
पिछले हफ्ते रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला किया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से दो देशों के बीच यूरोप में सबसे बड़ा हमला है। कई पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाया है, जिसके वजह वहां मौजूद कई कंपनियां वहां से बिजनेस बंद कर रहे हैं। आपको बता दें, रूस में जनरल मोटर्स का व्यापार उतना बड़ा नहीं है, जितना अन्य देशों में है। कंपनी यहां एक साल में लगभग 3,000 कैडिलैक और शेवरले वाहनों की बिक्री करती है।
स्वीडिश ऑटोमेकर वोल्वो कार्स (VOLCARb.ST) ने कहा कि वह अगले नोटिस तक रूसी बाजार में कार शिपमेंट को बंद कर रहे हैं। ऐसा करने वाली कंपनी पहली अंतरराष्ट्रीय ऑटोमेकर बन जाएगी।
कंपनी का बयान
कंपनी का कहना है कि यूरोपीय संघ और अमेरिका ने रूस पर कई व्यवसायिक प्रतिबंध लगाए हैं, इसलिए संभावित रिस्क के कारण हम अपना शिपमेंट बंद कर रहे हैं। वोल्वो कार्स अगले नोटिस तक रूसी बाजार में कोई कार नहीं पहुंचाएगी। वोल्वो अपनी कारों को स्वीडन, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में संयंत्रों से रूस को वाहनों का निर्यात करती है। उद्योग के आधार पर वोल्वो ने रूस में 2021 में लगभग 9,000 कारें बेचीं।
फॉक्सवैगन
सोमवार को रूस में वोक्सवैगन (VOWG_p.DE) ने अगली सूचना तक डीलरों को कारों की डिलीवरी अस्थायी रूप से बंद कर दी। वीडब्ल्यू के एक प्रवक्ता ने कहा कि यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभावों को स्पष्ट करते ही डिलीवरी फिर से शुरू हो जाएगी।
फोर्ड
फोर्ड की तीन रूसी प्लांट्स में 50 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी ने पहले कहा था कि वह बड़ी सावधानी पूर्वक काम कर रहे हैं और अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखे हुए हैं।
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