सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल: उत्तर रेलवे की जींद-पानीपत-रोहतक शाखा पर सफीदों उपमंडल क्षेत्र में रेलवे क्रासिंग को तोड़कर बनाई गई आधा दर्जन अंडरपास परियोजनाओं से बरसाती पानी के निकासी की समुचित व्यवस्था ना होने से ये सभी परियोजनाएं क्षेत्रभर में हुई अच्छी बारिश से पानी से लबालब हो गई हैं। जिसके कारण कई दर्जन गांवों के लोगों का आना-जाना प्रभावित हो गया है। इन अंडरपास परियोजनाओं से पानी की निकासी की समस्या इतनी ही पुरानी है जितनी पुरानी ये परियोजनाएं हैं। अनेक ग्रामीणों द्वारा संबंधित रेल अधिकारियों का ध्यान इस दिशा मे अनेकों बार आकर्षित किए जाने के बावजूद स्थिति यह है कि मामूली बारिश मे ही इन परियोजनाओं मे बारिश का पानी जमा हो जाता है जो महीनों तक नहीं सूखता। गोहाना को कैथल आदि इलाकों से छोटे रास्ते से जोडऩे वाले सिल्लाखेड़ी रेलवे हाल्ट के समीपवर्ती अंडरपास मे भारी मात्रा में पानी जमा हो गया है। यही स्थिति सफीदों के गैस एजैंसी रोड के अंडरपास की है जिसमे पानी भरने से जिला पानीपत के गांव उरलाना आदि इलाकों का सफीदों से रास्ता बाधित हो गया है। गांव बुढाखेड़ा व सिवाहा गांवों के समीपवर्ती अंडरपास की भी कमोबेश यही स्थिति है। यह इलाका रेल विभाग के पानीपत स्थित यांत्रिकी प्रभाग के अधीन है जिसके प्रभारी से आज इस बारे बात नही हो पाई लेकिन यहां सिंघाना, सिल्लाखेड़ी, बहादुरगढ़ व मलार गांवों के अनेक ग्रामीणों ने कहा कि बहुत हो गया अब रेल मण्डल प्रबंधक को नोटिस भेजकर आंदोलन करना पड़ेगा तभी अंडरपास के पानी की निकासी हो सकेगी।
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