सत्यखबर जाखल (दीपक) – एक ओर दूषित होते पर्यावरण को बचाने के लिए जहां नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल राज्य सरकारो को पर्यावरण को दूषित करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दे रहा है वहीं सुप्रीम कोर्ट भी आए दिन सख्त टिप्पणी करता दिखाई देता है लेकिन ना जाने क्यूं जिम्मेवार अधिकारी स्वंय के लगाए हरे पेड़ पौधो को जड़ से हटाने में गुरेज नही कर रहे है। ऐसा ही मामला पर्यावरण बचाने में अहम योगदान देने की क्षमता रखने वाले रेलवे विभाग का सामने आया।
क्या है मामला
जाखल रेलवे परिसर में गार्ड व ड्राईवरो के विश्राम के लिए बनाए रनिंग रूम के साथ लगते पक्के रास्ते के साथ 2 साल ट्री गार्ड मे लगाए पेड़ पौधो को बुधवार को दिन दहाड़े जड़ से काटे गए जिसका आसपास के लोगो ने विरोध किया।
कंकरीट क्षेत्र बनाने के लिए कटवाए जा रहे है – मिश्रा
रेलवे सीनीयर सैक्शन इंजिनियर शैलन्द्र मिश्रा ने बताया कि सहायक मंडल अभियंता के आदेश से ही पेड़ पौधे कटवाए गए है ताकि उपरोक्त क्षेत्र को कंकरीट बनाया जा सके।
क्या कहते है सहायक मंडल अभियंता
जाखल सहायक मंडल अभियंता कार्यालय में बात की तो एईएन ने बताया कि उपरोक्त क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के खड़े होने के लिए पर्याप्त जगह नही थी इसलिए उपरोक्त जगह से पेड़ पोधे हटवाए गए बाकि ठेकेदार को कह दिया गया है कि वो बाकी पेड़ पौधो को ना हटाए।
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