सत्यखबर, जींद
दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती देख अब जिला स्तर पर कोरोना संक्रमण मरीजों के उपचार को लेकर व्यवस्थाओं की शुरूआत शुरू हो गई है। व्यवस्थाओं की जांच को लेकर सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने सोमवार को नागरिक अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में बनाए गए कोरोना वार्ड का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सीएमओ द्वारा संबंधित अधिकारियों को वार्ड में कुछ बदलाव किए जाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए ताकि उपचाराधीन लोगों को कोरोना संक्रमण के उपचार की बेहतरनी व्यवस्था उपलब्ध हो सके। इस दौरान उनके साथ नागरिक अस्पताल की पीएमओ डा. बिमला राठी, डा. गोपाल गोयल, डा. पालेराम कटारिया, डा. राजेश भोला, डा. आरएस पूनिया मौजूद थे।
पीजीआई रोहतक में बढ़ रहा है भार
प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में अस्पताल द्वारा कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर किया जा रहा है। जिससे पीजीआई पर भी भार बढ़ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की नई गाइडलाइन के अनुसार अब अति गंभीर मरीजों को भी रेफर किया जाए। इसके लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ द्वारा पहले ही जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 अस्पताल में 60 बैड की क्षमता के अस्पताल की बात कही गई है। जिसमें वेंटीलेटर तक की सुविधा उपलब्ध होगी। अस्पताल के साजो सामान के लिए स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय को लिखा गया है ताकि जल्द से जल्द साजो सामान उपलब्ध हो जाए और कोविड-19 अस्पताल बनाया जा सके।
कोरोना संक्रमित कम गंभीर मरीजों का उपचार होगा जींद में ही
कोरोना संक्रमण मरीजों को लेकर जो गाइडलाइन जारी हुई है उसके तहत अति गंभीर मरीजों को ही पीजीआई रेफर किया जाएगा। जिसके तहत बिना सिमटम वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अब अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। उन्हें घर में ही क्वारंटाइन किया जाएगा। इससे वे दूसरे मरीजों के संपर्क में नहीं आएंगे। इन्हें उनके घर में ही होम क्वारंटाइन रहेगी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम उसकी मॉनिटरिंग रखेंगे। दूसरी श्रेणी में उन मरीजों को रखा जाएगा जिनमें कोरोना के लक्षण है और उनको सांस लेने में दिक्कत होती है तो उनको अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा और अस्पताल के पुराने भवन में बनाए गए वार्ड में रखा जाएगा। तीसरी श्रेणी में गंभीर मरीजों को रखा जाएगा। इसमें उन मरीजों को शामिल किया जाएगा जिनको वेंटिलेटर की जरूरत होगी। उस हालात में मरीज को पीजीआई रेफर किया जा सकता है। इसके अलावा पुराने भवन में ही अलग से लेबर रूम बनाया गया है। इसमें अगर गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव है तो उसकी डिलीवरी इस रूम में करवाई जाएगी। यहां सीएमओ ने कोरोना वार्ड के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए और स्वास्थ्य सुविधाओं को अलर्ट पर रखने के लिए कहा।
कम गंभीर मरीजों का उपचार जिला मुख्यालय पर होगा : मनजीत सिंह
नागरिक अस्पताल के सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने बताया कि नई गाइड लाइन के अनुसार कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीज ही पीजीआई रोहतक रेफर होंगे। कम गंभीर मरीजों का उपचार जिला मुख्यालय स्तर पर ही किया जाएगा। वार्ड में आक्सीजन के साथ-साथ वेंटीलेटर की भी सुविधा उपलब्ध होगी। अन्य साजोसामान को लेकर उच्च अधिकारियों को लिख दिया गया है।
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