सत्यखबर, नई दिल्ली
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालकाजी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कालकाजी मंदिर के 40 साल के एक सेवादार पर 15 साल की लड़की को अश्लील मैसेज भेजने का और मंदिर में आरती के दौरान गंदे इशारे करने का आरोप लगा है । पुलिस ने इस शख्स के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि अमर कॉलोनी पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और 12 पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है । पुलिस के मुताबिक 15 वर्षीय किशोरी ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह अपने पिता के साथ रोजाना कालकाजी मंदिर जाती थी और मंदिर में एक सेवादार अमित (40) उससे पूजा के दौरान मिला था । इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी और उसने बहाने से लड़की का नंबर ले लिया । इसके बाद आरोपी का व्यवहार बदल गया और वह अक्सर उसे घूरने लगा । लड़की ने कई बार उसकी इन हरकतों को नजरअंदाज कर दिया । एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इससे आरोपी का मनोबल और बढ़ता गया और उसने मंदिर में आरती के दौरान भी किशोरी को अश्लील इशारे किए और गंदे वॉट्सऐप मैसेज भी भेजने शुरू कर दिए ।
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परिवार को बताया तो माफ़ी मांगी लेकिन नहीं माना
पीड़िता ने जब उसके माता-पिता से पूरी बात बताई तो उन लोगों ने इसका विरोध किया । बात बढ़ती देख आरोपी ने माफी मांग ली, लेकिन कुछ दिन बाद वह फिर से उसे परेशान करने लगा और धमकी देने लगा । पुलिस ने बताया कि आरोपी ने लड़की की एक फोटो क्रॉप कर ली और उसे अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगा दिया, जिसे सभी लोग देख सकते थे । पुलिस ने बताया कि वह सराय जुलेना का रहने वाला है और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं ।
रंजीत नगर रेप केस सुलझाया गया
उधर दिल्ली के रंजीत नगर इलाके में एक नाबालिग लड़की से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने एक 20 वर्षीय युवक को गिरफ्तार कर लिया है । आरोपी की पहचान रघुबीर नगर निवासी सूरज के रूप में हुई है, जो वह एक बर्तन विक्रेता है । उसे हरियाणा के रोहतक जिले के कलानौर से गिरफ्तार किया गया है । पुलिस ने कहा कि उसे पहले ख्याला थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को कथित रूप से परेशान करने के आरोप में पॉक्सो अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था ।
डीसीपी (सेंट्रल) श्वेता चौहान ने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस जैसा था, आरोपी न तो इलाके का रहने वाला था और ना ही वहां काम करता था । हमने आरोपी तक पहुंचने के लिए 7-8 टीमों का गठन किया और इलाके में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों से फुटेज की जांच की और उसकी एक तस्वीर हासिल की, लेकिन सिर्फ एक फोटो के आधार पर उसे ढूंढना मुश्किल था । इसके अलावा ऐसा कोई फोन नंबर, कोई वाहन आदि नहीं था जो हमारी मदद कर सके । आरोपी किसी भी तरह से पीड़ित से संबंधित नहीं है । आरोपी की पहचान कर उसे पकड़ने के लिए मध्य जिले की कई पुलिस टीमों ने 36 घंटे तक अथक प्रयास किया । डीसीपी ने कहा कि जब आरोपी को यह पता चला कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है, तो वह दिल्ली से भाग गया, लेकिन हमारी टीमों ने उसका पीछा किया और कलानौर से उसे गिरफ्तार कर लिया ।
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