सत्यखबर
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य व आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई का कहना है कि वे खुद ही विधानसभा की किसी कमेटी के सदस्य नहीं रहना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कमेटियों के गठन से पहले ही विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को लिखित में सूचित कर दिया था। साथ ही, उन्होंने कहा, स्पीकर के पास ऐसे कोई अधिकार नहीं हैं,
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जो वे उन्हें कमेटियों से हटा सकें।दरअसल, विगत दिवस स्पीकर ने विधानसभा की विभिन्न कमेटियों के चेयरमैनों की बैठक के दौरान कहा था कि जो विधायक सक्रिय नहीं हैं और कमेटियों की बैठकों में भाग नहीं लेते हैं, ऐसे सदस्यों को कमेटी से बाहर किया जाए। इस पर टिप्पणी करते हुए कुलदीप ने कहा, स्पीकर को न तो विधायकों की वरिष्ठता का ज्ञान है और न ही नियमों का। वे राजनीतिक मर्यादाओं का भी उल्लंघन कर रहे हैं।
बिश्नोई ने कहा कि विधानसभा कमेटियों में पहली या दूसरी बार चुनकर आए विधायकों को कमेटियों का चेयरमैन बनाया हुआ है और जो विधायक तीन-तीन, चार-चार बार विधानसभा में चुनकर आए हैं, उनको कमेटियों का सदस्य बना रखा है। बिश्नोई ने कहा, ‘मैं प्रोटोकॉल पर चलने वाला स्वाभिमानी व्यक्ति हूं और जूनियर विधायकों की चेयरमैनी वाली किसी कमेटी में वे सदस्य नहीं बन सकता’हूं।
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