सत्य खबर सफीदों, महाबीर मित्तल
धान की पराली जलाने से किसान अब तौबा करने लगे हैं। वे अब पराली से मृदा के पोषण का काम लेने लगे हैं। उपमंडल सफीदों के लुदाना गांव में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आयोजित विशेष प्रशिक्षण शिविर में कृषि वैज्ञानिक डा. सुभाष चन्द्र ने वेस्ट डिकम्पोजर की किटें किसानों को नि:शुल्क बांटी और इसका प्रयोग भी बताया। उन्होंने बताया कि 5 लीटर पानी में 150 ग्राम गुड़ गर्म करें। ठंडा होने पर उसमें 50 ग्राम बेसन और डिकम्पोजर के 4 कैप्सूल मिला दें। चार दिन बाद 4 लीटर गुड़ का और घोल तैयार करें और दस दिन के बाद पूरे घोल को एक एकड़ के लिए 200 लीटर पानी मे 10 लीटर घोल मिलाकर धान की पराली सहित फसल अवशेषों पर छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि डिकम्पोजर फसल अवशेषों को लाभकारी खाद में तब्दील कर देगा और इससे मृदा शक्ति बढ़ेगी तथा पर्यावरण का संरक्षण भी होगा। इस शिविर में आसपास के गांवों के सैंकड़ों किसानों ने भाग लिया।
Aluminium recycling automation Aluminium scrap continuous improvement Metal waste reclamation