सत्यखबर,जींद,अशोक छाबड़ा
जींद। शराब तस्करी के आरोपी भूपेंद्र की जमानत याचिका पर फैसला फिर टल गया। अब उसकी जमानत पर निर्णय 11 जून को होगा। वहीं उसे गुजरात पुलिस को प्रोडक्शन वारंट पर देने की याचिका पर अभी सुनवाई नहीं हो सकी है। एसआईटी मामले में फरार आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। हालांकि आरोपी कहीं नहीं मिल रहे हैं। जिससे पुलिस जांच तेजी से नहीं हो पा रही है। शराब तस्करी का मुख्य आरोपी भूपेंद्र पानीपत जेल में है। उसने सेशन कोर्ट में अपनी जमानत के लिए याचिका लगाई थी। उस पर 27 मई को न्यायालय में सुनवाई हुई थी। न्यायालय ने फैसला सुनाने के लिए 1 जून की तारीख तय की थी। सोमवार को न्यायालय ने इस मामले में 11 जून को सुनवाई का समय निर्धारित कर दिया। वहीं भूपेंद्र का भाई जितेंद्र भी शराब चोरी और तस्करी में आरोपी है। पुलिस को उसकी गिरफ्तारी से कई राज खुलवाने हैं। वह अभी तक फरार चल रहा है। जितेंद्र ने न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई हुई है। उस पर निर्णय 4 जून को आएगा। खरखौदा एसएचओ खरखौदा मंदीप सिंह ने बताया कि न्यायालय ने भूपेंद्र की जमानत याचिका पर फैसला को 11 जून की तारीख दी है। हमारी दो टीम जितेंद्र की गिरफ्तारी को लगी हुई हैं।
आबकारी विभाग ने नहीं दिए कागज,बढ़ाना पड़ा समय
शराब घोटाले में हरियाणा सरकार की ओर से गठित की गई एसईटी इस घोटाले के मकडज़ाल में उलझ कर रह गई है। एसईटी ने समय बढ़ाने के पीछे जो तर्क दिया है वह यह है कि अभी एसईटी को आबकारी विभाग की ओर से कागज नहीं दिए गए हैं। जबकि ऐसे गंभीर मामले में कागजों की सुपुर्दगी में देरी होना अपने आप में बड़ा कारण है। यही नहीं गृह मंत्री अनिल विज ने भी यह मान लिया है कि जितना बड़ा यह काम समझा जा रहा था शायद उससे भी बड़ा है। टीसी गुप्ता से सरकार ने पूछा था। जिसके बाद उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग ने अभी कागज नहीं दिए हैं। इसलिए हमें दो माह का समय चाहिए।आबकारी विभाग की ओर से की गई यह पहली बार नहीं किया गया है।
इससे पहले जब आबकारी विभाग से एसईटी में शामिल किए जाने के लिए विभाग के एक अधिकारी का नाम मांगा गया था तो उस समय भी देरी की गई थी। जब दबाव अधिक बढ़ा तो विभाग ने अपने अधिकारी का नाम दिया। जिसके बद एसईटी का गठन किया गया। अब एसईटी का गठन तो हो गया है,लेकिन शक्तिविहीन एसईटी दो माह में भी अपनी रिपोर्ट दे पाएगी इस बात पर संशय है,क्योंकि शराब घोटाला बड़ा बनता जा रहा है। दूसरे राज्यों में किंगपिन भूपेंद्र के संपर्क निकलने के बाद अब अन्य राज्यों की पुलिस को भी भूपेेंद्र से पूछताछ का इंतजार है।
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