सत्यखबर, चढ़ीगढ़
एसआइटी ने समालखा में गोदाम से शराब चोरी और तस्करी मामले में गिरफ्तार जेजेपी नेता सतविंद्र राणा और उनके साझीदार ईश्वर को आमने-सामने बैठाकर छह घंटे पूछताछ की। बताया जाता है कि शुरू में सीआइए-टू थाने में राणा एसआइटी के सवालों का जवाब देने से बचते रहे, जबकि ईश्वर ने सभी सवालों के जवाब दिए। बताया जाता है कि बाद में पंचकूला से लाए शराब गोदाम में हिस्सेीदारी के कागज दिखाए जाने पर सतविंद्र राणा ने पूछताछ में सहयोग किया
SIT इंचार्ज डीएसपी राजेश फोगाट और सीआइए-टू के इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने सतविंद्र राणा से पूछा- ‘क्या गोदाम उनके नाम है? शराब चोरी करके कहां-कहां और कितने रुपये में बेची? उनके साथ कितने और लोग शामिल हैं? आबकारी विभाग के कितने अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं?’ इसी बीच सीआइए-टू की टीम सतविंद्र राणा के पंचकूला स्थित कार्यालय से गोदाम से संबंधित कागज लेकर लौटी। एसआइटी ने फिर गोदाम का किरायानामा दिखा सवाल पूछे तो सतविंद्र राणा ने मान लिया कि गोदाम में उनकी हिस्सेकदारी है। इसके बाद उन्होंरने जांच में सहयोग किया।
पूछताछ में ईश्वर ने बताया कि जैमिनी डिस्टलरी पटियाला को लाइसेंस मिला था। ये डिस्टलरी गुरुग्राम में लगाई गई थी। वहीं पर रजिस्ट्रेशन कराया गया था। वर्ष 2016 में फर्म गुरुग्राम से समालखा में खोली गई। हैदराबाद के डाक्टर ने शराब का पेटेंट करा रखा है। फर्म को शराब बनाने का फार्मूला देते थे। इसकी एवज में मोटी रकम लेते थे। 2016 में आबकारी विभाग ने गोदाम को सील कर दिया था। गोदाम सील होने से पहले चार राज्यों में शराब बेची गई। उन लोगों ने भी लाखों रुपये नहीं लौटाए। हाई कोर्ट में गोदाम खोलने की याचिका डाली, लेकिन कोर्ट ने कहा कि आबकारी विभाग से तालमेल करें।
ईश्वर व उसके गुर्गों ने गोदाम से शराब चोरी कर हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के चार तस्करों को बेची। पूर्व विधायक सतविंद्र राणा एसआइटी को स्पष्ट नहीं बता पाए कि उन्होंने कितने लाख रुपये की शराब बेची है। अब पुलिस के लिए इन तस्करों को पकडऩा और रुपये की रिकवरी चुनौती बन गई है।
एक इंस्पेक्टर ने बताया कि 24 से 28 अप्रैल के बीच ईश्वर ने अपने गोदाम से शराब की 20 पेटी चोरी की। इस शराब से उसने दोस्तों संग खूब पार्टी की। इसके अलावा दोस्त भी जरूरत के हिसाब से गोदाम से शराब चोरी करके ले गए। एसआइटी ने ईश्वर की निशानदेही पर गोहाना के पास एक गांव के ट्यूबवेल से एक पेटी बरामद की।
एसलआइटी ने बताया कि पूर्व विधायक सतविंद्र राणा शुगर से पीडि़त हैं। उन्हें दवा दिलाई गई है। इसके अलावा सतविंद्र राणा, ईश्वर व जेल जा चुके पांच आरोपितों का कोविड-19 का टेस्ट कराया गया। इसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। शुक्रवार को पूर्व विधायक से मिलने स्वजन व परिचित सीआइए-टू पहुंचे। उधर, सतविंद्र राणा और ईश्वर ने सोनीपत के शराब माफिया भूपेंद्र से जान-पहचान होने से इन्कार किया है।
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