हरियाणा

सभी शिक्षक संगठन लामबंद होकर करेंगे समक्ष कार्यक्रम का विरोध – जसविन्द्र सिंह तंदवाल

सत्य खबर, नारायणगढ़ (सरिता धीमान) – जिला अम्बाला के सभी शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों की एक बैठक नारायणगढ़ में हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान जसविन्द्र सिंह तंदवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने सक्षम कार्यक्रम को छात्र व शिक्षक विरोधी करार दिया। बैठक में हरियाणा प्राथमिक संघ जिला अम्बाला इकाई के पदाधिकारी, हरियाणा अनुसूचित जाति अध्यापक संघ, हरियाणा मौलिक स्कूल मुख्याध्यापक संघ, हरियाणा प्रधानाचार्य संघ व पीटीआई एसोसिएशन के साथ-साथ सेवानिवृत शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में मौजूद जिला प्रधान जसविन्द्र सिंह तंदवाल व सभी शिक्षक संघों के प्रतिनिधियों ने कहा कि एससीईआरटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम व एनसीईआरटी की किताबों को छोडक़र सिर्फ सक्षक का ज्ञान देना कभी भी बच्चों को सक्षम नहीं बना सकता। जिला प्रधान ने कहा कि शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा सक्षम घोषणा व सक्षम प्लस तथा सक्षम वृद्धि आदि कार्यक्रम चलाकर विद्यार्थियों को एससीईआरटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम से दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को विषय का पूरा ज्ञान देने की बजाय चार में से एक गोले पर निशानी लगाना सिखाया जा रहा है जो एक अनपढ़ व्यक्ति भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि कक्षा 1 से 8 तक बच्चों को नोटबुक में लिखवा कर पढ़ाने की जरूरत है और पूरा विषय समझाने की जरूरत है जो समक्ष कार्यक्रम के माध्यम से नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों को निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाने का समय नहीं दिया जाता और अब सक्षम परीक्षा के मूल्याकंन के लिए आंगनवाड़ी वर्कर, पशु पालन विभाग के कर्मचारियों, ग्राम सचिवों को ड्यूटी पर लगाया जा रहा है जो विद्यार्थियों का मूल्यांकन करेंगे जो कि सरासर गल्त है वहीं शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य लिए जा रहे हैं जो सरकार की शिक्षा विभाग को बंद करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि समक्ष कार्य क्रम से बच्चों व शिक्षकों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया गया है व बच्चे व शिक्षकों पर मानसिक दवाब बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि सक्षम कार्यक्रम का पूर्ण रूप से विरोध करने के लिए जिला स्तर पर सभी शिक्षक संगठनों की एक तालमेल कमेटी का गठन किया गया है। जिला प्रधान ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा सभी आदेश व सभी नोट्स व प्रश्र पत्र व्हाटस एप के माध्यम से भेजे जा रहे हैं जिसका भी पूरा विरोध किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य एजेंडा सरकारी स्कूलों का निजीकरण करना है जिसका विरोध किया जायेगा। बैठक में सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने अपने विचार दिए।

इस अवसर पर राम कुमार सैनी, राजबीर सिंह, सुरेन्द्र धीमान, भगवान सिंह, अनूप कुमार, मदन लाल, हरबंस सिंह, हमीर सिंह, पुष्पीन्द्र सिंह, श्रुतिकांत, कमलदीप सिंह, ज्ञान सिंह, बलजीत सैनी, नरेश सैनी, नरेश कुमार, सुखदेव राज, अवनीत अग्रवाल, रविन्द्र कुमार, अमित धीमान, नरेश पाल, सुरेश कुमार शर्मा, तजिन्द्र सिंह व भूपिन्द्र सिंह सहित भारी संख्या में शिक्षक मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button