सत्यखबर
प्रदेश के राजकीय स्कूलों में बच्चों की लगातार कम होती संख्या के कारण ताले लगाने की नौबत आ गई है। शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 से प्रदेश भर में 743 प्राइमरी व 314 मिडिल स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली है। उनमें पढऩे वाले बच्चों व तैनात शिक्षकों को एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले दूसरे स्कूल में समायोजित किया जाएगा। निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख 25 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को नजदीक के स्कूल में मर्ज करने संबंधित रिपोर्ट तीन दिन के अंदर भेजने के निर्देश दिए हैं। पानीपत जिले में भी पांच स्कूल ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या 25 से कम हैं।
आइटी सेल से प्राप्त सूचना
शिक्षा निदेशालय को विभाग की आइटी सेल से एक मार्च 2021 को प्रदेश की 743 राजकीय प्राथमिक पाठशाला व 314 राजकीय माध्यमिक विद्यालय की सूची प्राप्त हुई। जिनमें विद्यार्थियों की संख्या 25 से कम हैं। उन्हें एक किलोमीटर के नजदीकी विद्यालयों में मर्ज करने का फैसला लिया है। इसको लेकर निदेशालय ने संबंधित डीईईओ से नजदीक के स्कूलों संबंधित रिपोर्ट मांगी है।
पानीपत के पांच प्राइमरी स्कूल हैं कम संख्या वाले
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बृजमोहन गोयल ने बताया कि पानीपत जिले में 25 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले पांच प्राइमरी स्कूल है। उनमें पढऩे वाले बच्चों व तैनात शिक्षकों को एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले दूसरे स्कूल में मर्ज किया जाएगा। इसको लेकर निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जो निदेशालय को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि मतलौडा व पानीपत खंड के दो-दो व इसराना खंड का एक स्कूल है।
ये स्कूल होंगे मर्ज —
स्कूल बच्चे शिक्षक
राजकीय प्राइमरी स्कूल खलीला 14 2
राजकीय प्राइमरी स्कूल रामपुरा 10 2
राजकीय प्राइमरी स्कूल बेगमपुर 11 2
राजकीय प्राइमरी स्कूल जीतगढ़ 19 2
राजकीय प्राइमरी स्कूल डेरा गुजरान 11 2
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