सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
सवा लाख से एक लड़ाऊं, तबे गोविंद सिंह नाम कहाऊं की बात कहने वाले परम योद्धा गुरु गोविन्द सिंह को 13 जनवरी उनकी जयंती पर इनैलो एससी सैल के जिलाध्यक्ष राममेहर दनौदा ने श्रद्धांजलि अर्पित की। राममेहर दनौदा ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह सिक्खों के दशवें गुरु हुए हैं। जीवन भर उन्होंने दीन-दुखियों की सहायता करने की सीख दी। वे मर्यादित आचरण का मार्ग दिखाने वाले, असीम साहसी तथा परम ज्ञानी महापुरुष थे। सच मानो तो उन्हें भारतीय संस्कृति का संरक्षक भी कहा जा सकता है। यहां तक कि संस्कृति को बचाने के लिए उन्होंने अपने बच्चों की भी आहुति दे दे डाली। ऐसे शूरवीर, पराक्रमी व निडर समाज सेवक के चरणों में वह श्रद्धा-सुमन भेंट करते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी संयोग ही है, उनके जन्मदिवस पर भारतवर्ष में लोहड़ी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, जो परस्पर प्रेम व भाईचारे का प्रतीक है।
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