सत्यखबर सफीदों, (महाबीर) – देश की प्रख्यात समाजसेविका व महिला शिक्षका सावित्री बाई फूले की 189वीं जयंती पर समाजसेवी जोगिन्द्र बीरवाल ने नमन करते हुए अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जब देश में अंधविश्वास, पांखड, छुआछूत का माहौल था और महिलाओं को दोयम दर्जा दिया जाता था, उस समय आज से लगभग 154 वर्ष पूर्व सावित्री बाई फूले ने अपने पति व प्रसिद्ध समाज सुधारक ज्योतिबा फूले से शिक्षा ग्रहण की और स्वयं शिक्षित होकर महिला पाठशाला प्रारंभ करके महिला शिक्षा जागृति की अखंड ज्योत जलाई। वो समय ऐसा था कि तब लोग इस दिशा में विचारने तक को तैयार नहीं थे। बीरवाल ने कहा कि सावित्री बाई फूले ने अपना पूरा जीवन महिला उत्थान, महिला शिक्षा एवं उनकी जागृति में लगाया। उनके इस योगदान को राष्ट्र कभी भुलाया नहीं जा सकता।
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