सत्य खबर
छ: से सात महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों का आंदोलन जारी है। अब तो बातचीत का दौर भी काफी समय से रूका हुआ है। ना तो सरकार मानने को तैयार और ना ही किसान पीछे हटने को तैयार है। ऐसे में ये तो आने वाला समय बताएगा की जीत किसकी होगी, लेकिन किसानों का बीजेपी के सभी नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।
वहीं किसानों द्वारा विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा की गाड़ी पर पथराव किया गया है जिसमें पांच किसानों पर राजद्रोह का केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गए है। उसी को लेकर शुक्रवार को प्रशासन की किसान नेताओं के साथ बैठक हुई जो बेनतीजा रही। वहीं पांचों किसानों की रिहाई की मांग पर अड़े किसानों ने शनिवार यानि आज एसपी कार्यालय का घेराव कर दिया। सुबह ही भगत सिंह स्टेडियम में किसान जुटने लगे थे। किसान नेता लखविंदर सिंह ने बताया कि किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, बलबीर राजेवाल भी प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। इसके चलते प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी ऑफिस का घेराव करने बढ़े किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिए।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर लघु सचिवालय के मुख्यद्वार समेत आसपास के इलाके को सील कर दिया गया। सिरसा पुलिस ने प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस की पांच कंपनियां, आर्म्ड पुलिस की चार कंपनियां, आईआरबी की चार कंपनियां समेत रैपिड एक्शन फोर्स की 10 कंपनियां मांगी है।
शुक्रवार शाम तक रैपिड एक्शन फोर्स की चार व महिला पुलिस की तीन कंपनियां सिरसा पहुंच भी गई। ड्रोन से भी प्रदर्शन पर नजर रखी जाएगी। इससे पहले इस मामले पर शुक्रवार को प्रशासन की किसान नेताओं के साथ बैठक बेनतीजा रही। किसान संगठन पांचों किसानों की रिहाई की मांग पर अड़े रहे।
गौरतलब है कि शुक्रवार को लघु सचिवालय में उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन, एडीसी उत्तम सिंह ने लघु सचिवालय में किसान लखविंद्र सिंह औलख, मैक्स साहुवाला, हैप्पी रानियां, गुरप्रेम देसूजोधा, बलवंत सिंह के साथ बैठक की। किसानों ने कहा कि पुलिस ने 11 जुलाई के दिन उनके किसान नेताओं को गिरफ्तार किया, जबकि वे शांतिमय तरीके से रोष प्रदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके खिलाफ राजद्रोह की धारा किस आधार पर लगाई। हमने क्या अपने ही देश के खिलाफ विद्रोह किया। इस पर पुलिस अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। वहीं बैठक में प्रशासन द्वारा किसानों से कहा गया कि वे शहीद भगत सिंह स्टेडियम के बजाय दशहरा ग्राउंड और ग्लोबल सिटी स्पेस में प्रदर्शन करें।
शहीद भगत सिंह स्टेडियम में भीड़ इकट्ठा करने पर अनियंत्रित हो सकती है। इसके जवाब में बैठक में शामिल किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है। वहीं उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्होंने शहीद भगत सिंह स्टेडियम में ही किसानों को इकट्ठा करने की कॉल की है, किसान अपने वाहन तो दशहरा ग्राउंड में खड़े कर सकते हैं। मगर एसपी कार्यालय का घेराव हर हाल में किया जाएगा।
पुलिस कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने शुक्रवार को छुट्टी पर गए कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। साथ ही नई छुट्टी के लिए आए आवेदनों को रोक दिया गया। सभी पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी पर से बुला लिया गया। किसानों को अलग जगह रोष प्रदर्शन करने के लिए कहा गया है। वहीं किसानों के आंदोलन पर नजर रखने के लिए पुलिस ड्रोन से निगरानी करेगी। अवरोधक लगा दिए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस बल भी बुला लिया गया है। कानून व्यवस्था को भंग करने की इजाजत किसी को नहीं देंगे।
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