सत्य खबर, नई दिल्ली। सुल्ली डील एप बनाने वाले ओंकारेश्वर ने कई चौंकाने वाले खुलासे स्पेशल सेल के समक्ष किये हैं. उसने बताया है कि इस एप पर ऐसी लड़कियों की तस्वीर बोली के लिए डाली जाती थी जो ट्विटर पर हिंदुओं एवं मंदिरों के खिलाफ कॉमेंट करती थीं. ऐसी लड़कियों की तलाश वह ट्वीटर पर करते और उसकी फोटो को उठाकर सुल्ली डील एप पर बोली के लिए डाल देते थे. इनमें लगभग 100 फीसदी लड़कियां मुस्लिम ही होती थीं.
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार बुल्ली बाई एप बनाने वाले नीरज बिश्नोई ने पूछताछ के दौरान ओंकारेश्वर के बारे में जानकारी दी. ओंकारेश्वर द्वारा ट्विटर पर बनाये गए ग्रुप का वह सदस्य रहा था. उसके द्वारा दिये गए इनपुट के बाद साइबर सेल की टीम ने ओंकारेश्वर वे बारे में जानकारी हासिल की. इसकी मदद से एसीपी रमन लाम्बा की देखरेख में इंस्पेक्टर हंसराज, भानु प्रताप, एसआई नीरज और पवन की टीम ने उसे गिरफ्तार किया. पुलिस ने अदालत के समक्ष पेश कर उसे चार दिन की रिमांड पर लिया है. उसके मोबाइल एवं मैक बुक की फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि उससे डिलीट हुआ डाटा वापस हासिल किया जा सके.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बीसीए की पढ़ाई करने के बाद से ओंकारेश्वर फ्रीलांस के तौर पर काम करता है. वह कंप्यूटर से संबंधित बहुत अच्छी जानकारी रखता है. वह लोगों के लिए वेबसाइट डेवलप करने सहित अन्य काम करता है. इससे उसे अच्छी आमदनी होती है. उसने पुलिस को प्राथमिक पूछताछ में बताया कि ट्वीटर पर उसने देखा कि कई लड़कियां मंदिरों, भगवान एवं हिन्दू धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करती हैं. उसने कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इसे लेकर शिकायत भी दर्ज कराई थी. लेकिन बाद में उसे लगा कि ऐसी लड़कियों को सबक सिखाना चाहिए. इसलिए उसने ट्रेडमहासभा नाम से एक ट्विटर ग्रुप जनवरी 2021 में जॉइन किया था. इसमें उसके जैसे लगभग 50 सदस्य थे. यहां तय किया गया कि वह मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करेंगे.
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