सोनीपत.सत्य खबर
मुरथल बीडीपीओ कार्यालय के ग्राम सचिव सुरजीत की आत्महत्या के बाद पीपली खेड़ा गांव में करीब 70 लाख 76 हजार तीन सौ रुपए निकलने का मामला उजागर हुआ था। बीडीपीओ कार्यालय मुरथल की तरफ से आरोपी सरपंच को नोटिस दिए गए हैं। सरपंच के खिलाफ विभागीय कार्रवाई को लेकर तत्कालीन डीसी डॉ. अशंज सिंह को अवगत कराया गया था। इस मामले में अब डीसी श्यामलाल पूनिया ने कड़ा संज्ञान लिया है। आरोपी सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। उधर, हसनपुर, टिकौला गांव के आरोपी सरपंचों को गिरफ्तार करने के लिए मुरथल थाना की पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पंचायतों के घोटालों की लिस्ट में अब पीपली खेड़ा गांव का नाम भी जुड़ गया है। पीपली खेड़ा गांव की पंचायत से भी ब्लैकलिस्ट हुई फर्म को 70 लाख 76 हजार 300 रुपए ट्रांसफर हुए हैं। बताया जा रहा है कि पीपली खेड़ा की पंचायत से एफएफसी व न्यू स्कीम के तहत पैसे निकाले गए हैं। पीपली खेड़ा के सरपंच को बीडीपीओ कार्यालय मुरथल की तरफ से नोटिस दिए गए हैं। सरपंच ने न तो पैसे जमा कराए हैं और न ही वह नोटिस का कोई जवाब दिया। बीडीपीओ कार्यालय की तरफ से अब डीसी को अवगत कराया गया है। जिस पर कार्रवाई करते हुए बीडीपीओ को सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं।
हसनपुर गांव की पंचायत से 1 करोड़ 67 लाख व टिकाैला गांव की पंचायत से 45 लाख 19 हजार रुपए का घोटाला होने की पुष्टि हुई थी। हसनपुर गांव के सरपंच जयनारायण व टिकौला की सरपंच सुमन के खिलाफ मुरथल थाना में मुकदमा दर्ज हुआ था। दोनों सरपंच फरार हैं। हसनपुर गांव के सरपंच जयनारायण ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। जो कोर्ट ने खारिज कर दी थी। मुरथल पुलिस दोनों सरपंचों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है।
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