सत्य खबर, सोनीपत
जम्मू-कश्मीर (J&K) पुलिस को चकमा देकर भागे पंजाब के तरनतारन के रवि, उसकी पत्नी वरिंद्रदीप कौर और चंडीगढ़ निवासी कणभ रात को हरियाणा की सोनीपत पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद से ये पुलिस के रडार पर थे।
पुलिस को इनपुट था कि ये आतंकियों की मदद करते हैं। जे एंड के पुलिस से मिली सूचना के आधार पर सोनीपत पुलिस ने इनके मोबाइल नंबर ट्रेस कर इनको जीटी रोड पर भिगान टोल के पास से काबू कर लिया। गिरफ्तारी के बाद इनको इनको जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। दूसरी तरफ फतेहाबाद पुलिस ने भी जाली पासपोर्ट का केस सदर थाने में दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
जम्मू पुलिस ने दिया था इनपुट
सोनीपत के एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से एक महिला और दो पुरूषों के बारे में अलर्ट मिला था। दो आतंकी मोहम्मद परवेज और उमर फारूख की गिरफ्तारी के बाद ये तीनों जम्मू-कश्मीर पुलिस के रडार पर थे। इनकी लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा था, पुलिस इन पर नजर रखे हुई थी। ये बार बार अपने ठिकाने बदल रहे थे। इस बीच सोनीपत पुलिस को सूचना मिली कि ये तीनों सोनीपत के रास्ते दिल्ली जाने वाले हैं।
भिगान टोल के पास किया काबू
पुलिस ने जीटी रोड पर भिगान टोल प्लाजा के पास वाहनों की जांच शुरू कर दी और एक कार से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान रवि, वरिंद्रदीप कौर व कणभ के तौर पर हुई। जम्मू पुलिस की ओर से भेजे गए फोटो इन तीनों के ही थे। पुलिस की पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे देश छोड़कर जा रहे थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनकी फ्लाइट थी। रवि के पास से पुलिस ने फतेहाबाद, हरियाणा से बना जाली पासपोर्ट बरामद किया है। दो अन्य के पासपोर्ट की जांच चल रही है।
तीन महीने से थी इन पर नजर
जम्मू-कश्मीर पुलिस तीनों पर तीन महीने से नजर रखे हुए थी। दरअसल पुलिस ने गत नवंबर में दो आतंकी मोहम्मद परवेज और उमर फारूख को 43 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों को ये रकम अमृतसर में कुछ व्यक्तियों को देनी थी। आतंकियों को उन लोगों के फोन नंबर दिए गए थे, जिसको रुपए दिए जाने थे। रवि और उसके दोस्त कणभ के नंबर भी आतंकियों की लिस्ट में थे। पुलिस इसके बाद से इनको रडार पर रखे थी।
बंद कर दिए थे फोन
बताया गया है कि तीनों को मोहम्मद परवेज और उमर फारूख की गिरफ्तारी की सूचना के बाद पकड़े जाने का आभास हो गया था। इसके बाद से ही तीनों बार बार ठिकाने बदल रहे थे। पुलिस इनके फोन नंबर के जरीए इन पर नजर रखे हुए थे। इनकी हर मूवमेंट की जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस को मिल रही थी। इस बीच तीनों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए।
महिला का फोन चालू हुआ तो अलर्ट हुई पुलिस
पुलिस को किसी तरह पता चला कि ये दिल्ली जा रहे हैं। इस बीच वरिंद्रदीप कौर का फोन चालू हुआ तो इनकी लोकेशन सोनीपत जीटी रोड पर मिली। जेएंडके पुलिस ने तुरंत सोनीपत पुलिस को अलर्ट किया। इनके फोन नंबर के साथ फोटो भी भेजे गए। पुलिस ने फोन की लोकेशन के आधार पर भिगान टोल प्लाजा के पास से तीनों को दबोच लिया। बाद में इनको ट्रांजिट रिमांड पर जम्मू कश्मीर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
जाली पासपोर्ट को लेकर फतेहाबाद में केस दर्ज
तरनतारन पंजाब निवासी रवि (32) के जाली पासपोर्ट को लेकर फतेहाबाद थाना सदर पुलिस ने केस दर्ज किया है। एसपी सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि जम्मू पुलिस से सूचना के बाद तरनतारन के युवक के पासपोर्ट की जांच कराई गई। वह रतिया विधानसभा क्षेत्र के गांव के पते पर बना है। पता फर्जी पाया गया है। गांव के ही दो व्यक्तियों ने तसदीक किया था, उनमें से एक का पता फर्जी मिला है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। अब इस मामले में जिम्मेदार पुलिस कर्मियों और अन्य का पता लगाया जा रहा है। सख्त कार्रवाई होगी।
Scrap aluminium smelting Aluminium scrap consultation services Scrap metal reclaiming and recycling center