सत्य खबर, फतेहाबाद
हमारी सरकार बनने पर 6000 महीना यानी रोज 200 के नोट से बुढ़ापा पेंशन की शुरुआत होगी। किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाएगा। साथ ही कर्ज नहीं चुका पाने की सूरत में किसानों की जमीन नीलाम नहीं होगी और ना ही उनपर आपराधिक केस चलेगा। फसल बीमा योजना प्राइवेट नहीं बल्कि सहकारी कंपनियां करेंगी। पिछड़ा वर्ग में क्रीमी लेयर की लिमिट 6 से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जाएगी, जिसमें वेतन शामिल नहीं होगा। ये तमाम ऐलान किए हैं पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा आज फतेहाबाद में हुए ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्रुति चौधरी, जितेंद्र भारद्वाज समेत कई दिग्गज नेताओं ने प्रदेश की बीजेपी-जेजेपी सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। रैली का आयोजन प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, सरदार परमवीर सिंह और सरदार जरनैल सिंह ने किया था। कन्वीनर के तौर पर वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने इसकी जिम्मेदारी संभाली।
कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब से उत्साहित भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज फतेहाबाद में उमड़ी जनता ने बता दिया है कि आने वाला समय कांग्रेस का है। आज प्रदेश का हर तबका बदलाव के लिए बेताब है। बीजेपी-जेजेपी सरकार से किसान, मजदूर, कर्मचारी, व्यापारी, छोटा कारोबारी, बुजुर्ग, खिलाड़ी, नौजवान, विद्यार्थी समेत हर वर्ग परेशान है। क्योंकि आज हरियाणा में बेरोजगारी, अपराध और नशा चरम पर है। जिन छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल में होना चाहिए था, वह आज नशे के इंजेक्शन लगाकर जान दे रहे हैं। फतेहाबाद, सिरसा समेत पूरे हरियाणा में खतरनाक तरीके से नशा बढ़ता जा रहा है। सरकार के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान जनहित के कार्य करने की बजाए सिर्फ घोटाले करने पर है। इसलिए कभी शराब, कभी रजिस्ट्री, धान खरीद, यमुना, डाडम में माइनिंग, दवाई, बिजली मीटर, भर्ती और पेपर लीक जैसे घोटाले रोज सामने आ रहे हैं। लेकिन इतने घोटाले होने के बावजूद आज तक एक भी बड़ी मछली को नहीं पकड़ा गया। इससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार करने वालों को सरकार बचा रही है। सरकार द्वारा फतेहाबाद की अनदेखी पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि जो सरकार आम जनता को पीने का पानी, चलने लायक सड़कें और बिजली जैसी आधारभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं करवा सकती, वो प्रदेश का भला नहीं कर सकती।
हुड्डा ने बताया कि प्रदेश में बेरोजगारी इसलिए चरम पर है क्योंकि सरकार नौकरी देने की बजाए नौकरी से निकालने पर जोर दे रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कोरोना काल के दौरान सरकार ने 2200 कच्चे कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था। उन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए महामारी के वक्त लोगों की सेवा की। लेकिन कोरोना काल के बाद सरकार ने इन 2200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इसी तरह का सुलूक 1983 पीटीआई के साथ किया गया। आंगनवाड़ी, आशा वर्कर, मिड डे मील वर्कर्स और तमाम कच्चे कर्मचारियों के साथ सरकार ऐसा ही बर्ताव कर रही है। पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि प्रदेश से बाहर जाने के लिए रोडवेज किराए में दी जाने वाली छूट भी मौजूदा सरकार ने खत्म कर दी है। इसी तरह कर्मचारियों के साथ-साथ यह सरकार तमाम जरूरतमंदों, गरीबों और पिछड़ों के अधिकारों को छीनने का काम कर रही है। इसलिए आने वाले चुनाव में जनता बीजेपी-जेजेपी से सत्ता छीनने का काम करेगी।
चौधरी उदयभान ने सभा को संबोधित करते हुए गठबंधन सरकार को पूरी तरह जनविरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि फतेहाबाद में उमड़े जनसैलाब ने ऐलान कर दिया है कि हरियाणा से भाजपा जा रही है और कांग्रेस आ रहे हैं। लोगों का उत्साह गवाही दे रहा है कि आने वाले चुनावों में फिर से भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार बनने जा रही है। क्योंकि सरकार में रहते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 36 बिरादरी की भलाई के लिए कार्य किया था।
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उन्होंने एससी कमीशन का गठन किया था ताकि गरीबों पर कोई अत्याचार ना हो। बीजेपी ने चुनाव में वादा किया था कि एससी कमिशन को कानूनी दर्जा दिया जाएगा। लेकिन इसके विपरीत इस सरकार ने एससी कमिशन को भंग करने का काम किया। हुड्डा सरकार ने गरीबों को 100-100 गज के प्लॉट देने की योजना चलाई थी। करीब 4 लाख परिवारों को मुफ्त प्लॉट आवंटित किए गए थे। लेकिन बीजेपी सरकार ने 1 इंच भी जमीन गरीबों को नहीं दी और इस कल्याणकारी योजना को बंद कर दिया। इसी तरह हुड्डा सरकार के दौरान एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को ₹42 हजार सालाना फीस देनी पड़ती थी, जिसे बढ़ाकर मौजूदा सरकार ने ₹10 लाख सालाना यानी 5 साल में ₹50 लाख कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि यह सरकार गरीबों व सामान्य परिवार के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है।
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी सभा में पहुंची भीड़ को देखकर काफी गदगद नजर आए। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ गर्मी में लोगों की रिकॉर्ड तोड़ हाजिरी ने सत्ता के चक्रव्यूह को तोड़ दिया है। क्योंकि ‘विपक्ष आपके समक्ष’ के मुकाबले सत्ताधारी बीजेपी और जेजेपी ने सिरसा और फतेहाबाद में समानांतर रैली करने का ऐलान किया था। लेकिन जेजेपी ने फजीहत के डर से अपनी रैली रद्द करके बीजेपी के साथ मंच साझा करने का फैसला लिया। लेकिन दोनों सत्ताधारी पार्टियां मिलकर भी फतेहाबाद में ‘विपक्ष आपके समक्ष’ रैली का मुकाबला नहीं कर पाई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जनता ने मौजूदा सरकार और हुड्डा सरकार के कामकाज को तौला है, जिसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने का फैसला लिया है।
2014 से पहले हुड्डा सरकार में जो हरियाणा विकास, प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, बुजुर्गों, युवाओं, खिलाड़ियों के सम्मान, किसान हित के फैसलों, छात्रवृति, पेंशन और भाईचारे में नंबर वन था, उसे बीजेपी ने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और नशे के मामले में नंबर वन बना दिया है। हुड्डा सरकार ने हरियाणा को शिक्षा का हब बनाने के लिए सिर्फ शिक्षा महकमे में 1 लाख सरकारी नौकरियां दी थीं और 27 विश्वविद्यालय स्थापित किए थे। हरियाणा को खेलों का हब बनाने के लिए सैकड़ों खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नियुक्त किया था। लेकिन मौजूदा सरकार ने युवाओं को नशे के दलदल में धकेल दिया और हरियाणा को नशे और चिट्ठे का हब बना दिया।
उन्होंने कहा कि गठबंधन ने हरियाणा को सोची समझी साजिश के तहत भ्रष्टाचार में नंबर वन बनाया है। क्योंकि दोनों पार्टियों के बीच जनहित में नहीं बल्कि लूट की छूट और भ्रष्टाचार का लाइसेंस लेने का समझौता हुआ था। यही वजह है कि हरियाणा में रोज सरकार का कोई ना कोई घोटाला उजागर हो रहा है। खुद सत्ताधारी पार्टी के विधायक रामकुमार गौतम और सांसद अरविंद शर्मा इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रहे हैं कि कौन-से महकमे में बैठकर कौन हरियाणा को कितना लूट रहा है।
सांसद दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा में गठबंधन सरकार जन समर्थन से नहीं धोखे से बनी है। जनता जेजेपी द्वारा बीजेपी को यमुना पार भेजने के नारे और मीडिया द्वारा बीजेपी की 75 से ज्यादा सीटें दिखाने के भ्रम में आ गई। लेकिन जनता को यह धोखा याद है और भविष्य में वो इसका हिसाब जरूर लेगी। फतेहाबाद में पंडाल से 5 गुना ज्यादा तादाद में पहुंची जनता ने बता दिया है कि हरियाणा में इसबार बदलाव तय है।
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