सत्य खबर, फरीदाबाद
हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने नगर निगम फरीदाबाद के एक अधीक्षण अभियंता (एसई) और एक अकांउटेंट को ठेकेदार से 1 लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों ने रिश्वत की यह राशि बकाया बिल के भुगतान की एवज में मांगी थी।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नगर निगम फरीदाबाद में एसई के पद पर तैनात रवि शर्मा और अकाउंटेंट रविशंकर के रूप में हुई है। दोनों ने सामुदायिक केंद्र के निर्माण कार्य के लंबित बिलों के भुगतान करने के एवज में ठेकेदार से रिश्वत की मांग की थी।
निगम के एसई रवि शर्मा को 50000 रुपये रिश्वत के साथ काबू किया गया, जबकि अकाउंटेंट रविशंकर को 90,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
यह है मामला ठेकेदार यश मोहन ने वार्ड नंबर-38 के मलेरना रोड पर नगर निगम की योजना के तहत एक कम्युनिटी सेंटर बनाया था। ठेकेदार ने लगभग एक करोड़ रुपये नगर निगम से लेने थे। लगभग आठ महीने पहले यह काम पूरा कर लिया गया था। इसमें कुछ भुगतान तो हो गया था, पर 30 लाख रुपये अभी भी बकाया चल रहा था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि भुगतान कराने की एवज में ठेकेदार कुछ समय पहले दो लाख रुपये दे भी चुका था। अब बकाया भुगतान के बदले और भी राशि की मांग की गई थी। रिश्वत मांगने की रिकार्डिंग भी है। इसकी शिकायत ठेकेदार ने विजिलेंस से की और इसके बाद अधीक्षण अभियंता को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया गया।
मंगलवार की सुबह यश मोहन ने रिश्वत की रकम अधीक्षण अभियंता रवि शर्मा व क्लर्क रवि शंकर को दी और विजिलेंस टीम को संकेत किया। संकेत मिलते ही हरकत में आई टीम ने दोनों को पकड़ लिया। अधीक्षण अभियंता से 50 हजार रुपये व क्लर्क से 90 हजार रुपये की बरामदगी हुई। आवश्यक कार्रवाई के बाद विजिलेंस टीम को दोनों को अपने साथ ले गई और बाद में उनका मेडिकल कराया गया।
फरीदाबाद के एक सरकारी ठेकेदार यशमोहन ने ब्यूरो में दोनों के खिलाफ घूस मांगने की शिकायत दर्ज की थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारी उसकी फर्म द्वारा सामुदायिक केंद्र के निर्माण कार्य से संबंधित लंबित बिल की पेमेंट करने के लिए ढिलाई बरतते हुए अंत में रिश्वत की मांग की। शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने तय योजना के अनुसार रेड करते हुए दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया।
दोनों के खिलाफ ब्यूरो थाना फरीदाबाद में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच की जा रही है।
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