सत्य खबर, झज्जर
हरियाणा में लुटेरी दुल्हनों के मामले सामने आने तकरीबन बंद हो चुके थे। वहीं अब एक मामला झज्जर जिला से सामने आया है। जहां पर एक दुल्हन शादी के अगले ही दिन गहने और सामान लेकर भाग गई। शादी डेढ़ लाख रुपए देकर की गई थी। पहले तो पीड़ित को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन दुल्हन के वापस नहीं लौटने और बिचौलिए द्वारा पैसे नहीं लौटाने पर उसका शक गहरा गया। अब पीड़ित ने गिरोह के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है।
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दरअसल, झज्जर जिले के गांव डावला निवासी रामचन्द्र झज्जर में ही ड्राइवरी करता है। उसकी पत्नी का देहांत हो चुका है। उसके 2 छोटे बच्चे हैं। ड्राइवरी के दौरान ही अकसर उसका झज्जर रेलवे स्टेशन पर आना-जाना लगा रहता था। इस दौरान उसकी स्टेशन के पास काम करने वाले राजेन्द्र नामक शख्स से अच्छी जान पहचान हो गई।
घर परिवार की बातों के बीच राजेन्द्र को यह भी पता चल गया कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और घर में छोटे बच्चे और बूढ़ी मां है। राजेन्द्र ने रामचन्द्र की दूसरी शादी कराने की बात की तो रामचन्द्र ने भी हां कर दी। इसके बाद राजेन्द्र ने रोहतक जिले के गांव गांधरा निवासी बलराज से उसकी मुलाकात कराई। बलराज झज्जर शहर में ही किराये के कमरे पर रहता है।
दोनों के बीच बातचीत होने के बाद 8 अप्रैल को बलराज ने उसके मोबाइल पर 4 लड़कियों की फोटो भेज दी, जिसमें से एक लड़की पसंद करने के बाद बलराज ने शादी का खर्चा डेढ़ से 2 लाख रुपए बताया। सहमति बनने के बाद बलराज ने बताया कि लड़की आगरा की रहने वाली है और लड़की और उसके परिवार को वह अपने कमरे पर बुला लेगा। वहीं पर सारी बातें हो जाएगी। अगर सबकुछ पसंद आया तो उसी दिन शादी करा देंगे। लड़की वालों को झज्जर बुलाने के नाम पर बलराज ने 2 बार में उससे 15 हजार रुपए गूगल-पे के जरिए लिए, लेकिन लड़की वाले नहीं आए।
राजेन्द्र के मकान पर की शादी
28 अप्रैल को खुद को बुलंदशहर निवासी बताने वाली लड़की खुशबू, उसकी बहन परी, उसकी मां-मौसी, चाचा के लड़के के अलावा करनाल निवासी गुलशन व समालखा निवासी नरेश बलराज के कमरे पर पहुंचे। यहां रामचन्द्र को भी फोन करके बुला लिया गया। रामचन्द्र अपने भाई, मां-भाभी के साथ पहुंच गया। दोनों पक्षों के बीच सारी बातें हुई और फिर उसी दिन शादी भी तय हो गई।
50 हजार की शॉपिंग कराई, डेढ़ लाख कैश दिए
रामचन्द्र की मानें तो शादी तय होते ही उसके भाई-भाभी और उसने खुशबू की झज्जर शहर से शॉपिंग कराई, जिसमें गहने और कपड़ों के अलावा अन्य सामान दिलाया गया। शॉपिंग के बाद दोनों पक्ष राजेन्द्र के घर पहुंच गए, जहां साधारण तरीके से दोनों की शादी हो गई। बाद में रामचन्द्र दुल्हन को लेकर घर आ गया। शादी के वक्त रामचन्द्र के भाई ने 55 हजार रुपए कैश बलराज को दिए और अगले दिन सुबह 80 हजार रुपए और कैश दिए। कुल डेढ़ लाख रुपए बलराज को दिए गए।
अगले दिन हो गई फरार
रामचन्द्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 29 अप्रैल को खुशबू की बहन परी ने फोन करके बताया कि वह रोहतक पेपर देने आई थी। पेपर रद्द हो गया, जिसकी वजह से वह झज्जर आ गई। रामचन्द्र उसे गाड़ी में बस स्टैंड से लेकर घर आ गया। यहां खुशबू और परी के बीच कुछ बातें हुई। इस बीच गली में एक संदिग्ध इको गाड़ी घूमती नजर आई। उस वक्त तक उन्हें जरा भी आभास नहीं था, लेकिन जैसे ही शाम का वक्त हुआ, खुशबू गहने व सामान लेकर अपनी बहन के साथ मौका पाकर इको गाड़ी में सवार होकर भाग गई।
पैसे मांगने पर मुकदमे में फंसाने की धमकी
पीड़ित रामचन्द्र ने कहा कि यह पूरा गिरोह है, जो पहले लोगों की शादी कराता है और फिर वही दुल्हन गहने और पैसे लेकर फरार हो जाती है। शादी के खर्चे के नाम पर मोटी रकम ली जाती है। रामचन्द्र ने जब दुल्हन वापस नहीं लौटी तो बलराज से अपने पैसे मांगे, लेकिन उसने पैसे नहीं दिए गए। कभी 11 मई तो कभी 20 मई को पैसे देने की बात की, लेकिन उसने एक रुपया वापस नहीं दिया। इसके बाद सदर थाना पुलिस को शिकायत दी गई। सदर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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