सत्य खबर, जींद ।19 sarpanches quit work in Haryana district.
जींद में गुरुवार को सरपंच सरकार के खिलाफ उतर गए। अलेवा ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन के बैनर तले सरपंचों ने पंचायत की कार्यवाही पुस्तिका और मोहर बीडीपीओ को सौंप दी। सरपंचों में ई-टेंडरिंग, राइट टू रिकॉल के बाद अब पंचायत के कार्यों में विधायकों की पावर बढ़ाने पर रोष है। सरपंचों का कहना है कि सरकार द्वारा पंचायतों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
अलेवा ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन की बैठक गुरुवार को चेयरमैन राममेहर बधाना की अध्यक्षता में हुई। इसका संचालन एसोसिएशन की प्रधान मिनाक्षी डाहौला ने किया। मीटिंग में वक्ताओं ने कहा कि जब से नई पंचायतें बनी हैं, तभी से पंचायतों और सरपंचों के अधिकारों पर लगातार चोट की जा रही है। पहले ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकाल को लागू किया गया।
अब पंचायती ग्रांट वितरण में विधायकों की एंट्री करवाने के बाद जले पर नमक छिड़कने का काम किया। सरकार ने पंचायतों पर विश्वास न कर विधायकों पर विश्वास किया है। वक्ताओं ने कहा कि गांव के विकास के बारे में ग्रामीण और सरपंच ही जानते हैं, इसलिए इनके पास ही पावर होनी चाहिए।
सरपंचों ने मीटिंग कर फैसला लिया कि जब तक पंचायतों के पक्ष में फैसला नहीं हो जाता, तब तक सरपंच काम नहीं करेंगे। इसलिए वह अपनी मोहर तथा ग्राम पंचायत की कार्यवाही पुस्तिका को बीडीपीओ कार्यालय में जमा करवा रहे हैं। ग्राम पंचायत कटवाल, पेगां, चुहड़पुर, बधाना, संडील, डाहौला, बिघाना, शामदो, खेड़ी बुल्लां, नगूरां, दुड़ाना, हसनपुर आदि पंचायतों ने भी अपनी मोहर एसोसिएशन के पैड पर मारकर समर्थन दिया और कार्रवाई रजिस्टर, मोहर को बीडीपीओ कार्यालय में जमा करवाया।
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