बीजेपी के 7 राज्यसभा उम्मीदवारों ने भरा नामांकन
सत्य खबर/लखनऊ।
लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनाव को लेकर इन दिनों देश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. सभी पार्टियों की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा की जा रही है और नामांकन भी दाखिल किए जा रहे हैं. देश में सबसे ज्यादा लोकसभा और राज्यसभा सांसद भेजने वाले उत्तर प्रदेश में भी इसे लेकर काफी हंगामा हो रहा है. मंगलवार को सपा के तीन उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के बाद आज सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया.
नामांकन दाखिल करने से पहले सभी सातों उम्मीदवारों का लखनऊ स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में स्वागत किया गया. इसके बाद सभी लोग नामांकन पत्र भरने विधानसभा पहुंचे. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी मौजूद रहे.
किसने दाखिल किया नामांकन?
भारतीय जनता पार्टी से आज नामांकन दाखिल करने वाले सात नेताओं में राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, अमरपाल मौर्य, चौधरी तेजवीर सिंह, डॉ. संगीता बलवंत, साधना सिंह और नवीन जैन शामिल हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के करीबी माने जाने वाले सुधांशु त्रिवेदी अक्सर टेलीविजन चैनलों पर पार्टी का पक्ष प्रभावी ढंग से रखते नजर आते रहे हैं.
इंजीनियरिंग में पीएचडी करने वाले त्रिवेद के संसद में दिए गए भाषण काफी वायरल होते हैं। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. एक समय वह राहुल गांधी के नेतृत्व वाले कांग्रेस के युवा समूह के भी अहम नेता थे. पडरौना रियासत के रहने वाले सिंह ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पाला बदल लिया था। एक साल बाद उन्हें राज्यसभा सीट के रूप में इसका इनाम मिला।
बता दें कि मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए सपा के तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. इनमें मेगास्टार अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन, पूर्व नौकरशाह आलोक रंजन और पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन शामिल हैं। पल्लवी पटेल ने जया बच्चन और आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाए जाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और साफ कहा है कि वह वोट नहीं करेंगी. ऐसे में चुनाव दिलचस्प हो गया है. बीजेपी अब आठवां उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है, जो संभवतः दलित या ओबीसी हो सकता है.