चरखी दादरी। किसान आंदोलन के समर्थन में गांव रानीला से खाद्य सामग्री के साथ सैंकड़ों किसानों का जत्था टिकरी बार्डर के लिए रवाना हुआ। किसानों ने रवाना होने से पूर्व दिल्ली जीतकर लौटने की बात कही। साथ ही सरकार पर किसानों की मांगों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि गांवों से प्रतिदिन किसानों के जत्थे दूध, लस्सी आदि सामग्री लेकर बार्डर पर पहुंचेंगे।
गांव रानीला से विनित साहू की अगवाई में किसानों का जत्था खाद्य सामग्री के साथ टिकरी बार्डर के लिए रवाना हुआ। इस दौरान गांव के युवाओं ने 5 हजार लीटर लस्सी व 2 हजार लीटर दूध एकत्रित किया। गांव के लोगों ने कहा जब तक आंदोलन चलेगा, बार्डर पर आंदोलनरत किसानों के लिए ग्रामीण दूध व लस्सी के साथ खाद्य सामग्री पहुंचाते रहेंगे। गांव के युवाओं ने कहा सरकर जो कृषि कानूनों लागू करने जा रही है वो किसानों के लिए काले कानून हैं, और वो तीनों काले कानून को वापिस करवा कर ही दिल्ली से लौटेंगे।
गांव रानीला में रवाना होने से पहले युवाओं व अन्य लोगों ने इक्टठा होकर किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाएं, और सैंकड़ों किसानों ने खाद्य सामग्री के साथ दिल्ली की ओर कूच किया। किसानों ने कृषि अध्यादेशों को काले कानून बताते हुए कहा कि सरकार अगर मांगें पूरी नहीं करेगी तो इसे जन आंदोलन बना दिया जाएगा। यह आंदोलन राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बन चुका है। हम दिल्ली जीतकर ही वापिस लौटेंगे। इस दौरान विनीत साहू, सुबे सिंह, श्रीराम, उमेद, रामकुमार, अजीत, रामोतार, रामफल, सुरजमल, करतार, सुरेन्द्र, आशिष, सोनू, संदीप सीताराम, नितेश, मनीष इत्यादि शामिल थे।
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