कब्जाधारक नहीं हटा रहें कब्जा, दो बार प्रशासन की कार्यवाही के बाद फिर किया गया कब्जा
आखिरकार कब कब्जा मुक्त होगी शकरपुरा में जोहड़ की भूमि
सत्यखबर जाखल (दीपक कुमार) – गांव शकरपुरा में ग्राम पंचायत की जोहड़ की भूमि का विवाद विगत कई दशकों से थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां जोहड़ की भूमि पर चंद लोगों द्वारा विगत दशकों से कब्जा किया गया है। खास बात यह है संबंधित विभाग यहां दो बार कब्जा हटा भी चुका है। जबकि कुछ समय बाद ही फ़िर से कब्जाधारी लोगों द्वारा कब्जा जमा लिया है। एक तरफ़ यहां ग्रामवासी प्रशासन से कब्जा हटाये जाने की मांग कर रहे है। वहीं कब्जाधारी किसी सूरत में कब्जा हटाने को तैयार नहीं है। लंबे समय से कुछ कब्जाधारकों द्वारा यहां पशुओं को बांधकर व तूड़ी के कूप बनाने के साथ साथ मकानों का निर्माण कर कब्जा किया गया था।
जबकि विगत वर्ष राजस्व विभाग द्वारा भारी पुलिस बल पर यहां जेसीबी मशीन चलाकर कब्जा ढहा दिया था। प्रशासन की इस कार्यवाही को गलत करार देते हुए कब्जाधारी लोगों द्वारा कुछ समय बाद ही यहां फ़िर से कब्जा जमा लिया गया है। कब्जाधारकों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उनके साथ अन्याय किया है। वह दशकों से इस भूमि पर रह रहे है। जबकि प्रशासन द्वारा बिना कोई नोटिस जारी किए उनके आशियानों पर जेसीबी चलाकर बेघर कर दिया है जो सरासर गलत है। धीरे धीरे वहीं लोगों द्वारा फ़िर से जोहड़ की भूमि पर कब्जा जमा लिया है।
कब्जाधारी लोगों के विरोध के आगे ग्राम पंचायत भी विवश नज़र आई है। ग्रामवासियों द्वारा बार बार यहां से कब्जा हटाने की मांग की जा रहीं है। हालांकि पंचायत द्वारा जल्द यहां मनरेगा कार्य आरंभ करवा जोहड़ खुदाई किये जाने का दावा किया जा रहा है। जबकि हकीकत में पंचायत आजतक कोई कार्यवाही करने में नाकाम है। इसे लेकर ग्रामवासियों में रोष है।
विलुप्त हुआ जोहड़
कागजों में यहां पंचायती भूमि पर जोहड़ दर्शाया है। जबकि हकीकत में जोहड़ विलुप्त हो चुका है। ग्रामवासियों ने बताया वह काफी समय से यहां जोहड़ खुदाई कर जोहड़ चालू करने की मांग कर रहे है। जबकि पंचायत की उपेक्षा के कारण देरी हो रहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि बार बार उनकी मांग पर हालांकि पंचायत द्वारा विगत दिनों यहां मनरेगा कार्य शुरू किया था। जबकि एक दिन बाद यहां कार्य बंद कर मनरेगाकर्मियो को दूसरी जगह पर लगा दिया है।
क्या कहते है सरपंच
पूर्व में चंद लोगों द्वारा जोहड़ की भूमि पर कब्जा किया गया था। विगत वर्ष प्रशासन की मदद से कब्जा हटा दिया है। अभी भी एक व्यक्ति द्वारा कब्जा किया हुआ है। यह मामला कोर्ट के विचाराधीन है। कोर्ट की जवाबदेही के तत्काल बाद यहां जोहड़ खुदाई का कार्य शुरू किया जायेगा