सत्य खबर उत्तर प्रदेश : (Uttar Pradesh) के आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) के मद्देनजर किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer Leader Rakesh Tikait) ने कहा कि चुनाव अचार संहिता लगने दो, तब इस बारे में बातचीत करेंगे. वहीं, 3 कृषि कानून (Farmer Law) की समाप्ति के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर जमे किसान घर वापस लौट रहे हैं. वहीं, रविवार सुबह भी किसान ट्रैक्टर पर जाते हुए नजर आ रहे है. इसी दौरान भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत आज यूपी के कैराना में धन्यवाद किसान महापंचायत सभा में पहुंचे.
दरअसल, वहीं, कैराना में हो रही किसान महापंचायत रैली के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली के जो मामले हुए. ऐसे में इस, 13 महीने के आंदोलन में सबका सहयोग रहा. हालांकि पंजाबियों के सिस्टम को सीखने की जरूरत है. वहीं, 13 महीने में बड़ी किसानों की जीत समझौते के आधार पर हासिल किया, ये ना किसी की जीत थी और ना हार ये पंचों का समझौता था. उन्होंने बताया कि सबने सहयोग किया ये किसी जाति धर्म के आधार पर नहीं था, गांवों से लोगों ने राशन देकर सहयोग किया.
MSP सरकार को नहीं देनी पर देना नहीं चाहती- टिकैत
किसान रैली के दौरान राकेश टिकैत ने बताया कि ये दुनिया का पहला ऐसा आंदोलन है, जिसमें आंदोलन की समाप्ति तो 19 नवंबर को हो गई थी, लेकिन लोग गए नहीं, 9 दिसंबर के समझौते के बाद भी नहीं गए, लोग जब बिछड़ रहे थे तो दुखी थे, लाखों लोग आए और बहुत लोग वैचारिक तौर पर जुड़े, ये वैचारिक क्रांति थी. हालांकि सरकार से जो समझौता हुआ सरकार उसे पूरा करें, MSP को आज बच्चा, बच्चा जान गया, MSP सरकार को नहीं देनी पर सरकार देना नहीं चाहती. उन्होंने कहा कि किसान सालभर में तकरीबन 12 लाख करोड़ की फसल पैदा करता है. साथ ही 4 लाख करोड़ का किसान इस्तेमाल करता है. बाकी 4 लाख करोड़ में से डेढ़ लाख करोड़ व्यापारियों की जेब में जाता है और बचा हुआ 4 लाख करोड़ का व्यापारी खरीदता है.
MSP की लडाई रहेगी जारी
गौरतलब है कि अगर सरकार MSP पर खरीद की गारंटी दे तो तकरीबन 3 लाख करोड़ किसान की जेब में आएगा. ऐसे में सरकार की जेब से कुछ नहीं जाना. उन्होंनें कहा कि यहां कैराना में सभा इसलिए रखी क्योंकि यहां बार्डर लगता है, यहीं से व्यापारी सस्ते में माल खरीदकर ले जाते हैं. इस दौरान टिकैत ने बताया कि MSP की लडाई जारी रहेगी, सरकार ने कमेटी बनाई, हमने कहा है कि सरकार और व्यापारियों का समर्थन करने वाले कमेटी में ना रहें.
सरकार के पास मौका है कुछ करके दिखाए
वहीं, राकेश टिकैत ने कहा कि भारत सरकार से जो समझौता हुआ है सरकार उसे लागू करें. उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात करेंगे, हम पर हजारों मुकदमे हैं उनकी वापसी पर भी बात होगी. इसके साथ ही 10 साल पुराने ट्रैक्टर, पंपिंग सेट और जैनरेटर की बात होगी, हमने 10 साल पुराने ट्रैक्टर दिल्ली की सड़कों पर चलाकर दिखाए थे. ऐसे में सरकार के पास मौका है, सरकार कुछ करके दिखाए. हालांकि चुनाव आचार संहिता तक जिन राज्यों में चुनाव हैं वो कुछ योजना लाएं, बिजली के दाम घटाए,फसल के रेट बढ़ाए, आप अच्छा करेंगे तो ये लोग आपको वोट देंगे, हम चुनावों से बहुत दूर हैं.
आंदोलन के दौरान सभी लोग परिवार का हिस्सा बन गए- राकेश टिकैत
बता दें कि मीडिया से बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि किसान जीत के साथ वापस घर लौट रहे हैं. इस दौरान सभी किसान खुश हैं. उन्होंने कहा कि ये पल सभी को भावुक करने वाला है. ये सभी लोग याद आएंगे. फिलहाल आंदोलन के दौरान सभी लोग एक परिवार का हिस्सा बन गए है. वहीं, यूपी में विधानसभा चुनाव में योगी सरकार के विरोध के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि अभी चुनाव अचार संहिता लगने दो और किसानों को घर पहुंच जाने दो, उसके बाद तय करेंगे कि क्या करना है. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भी अपना काम करे.
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