जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं गांव सैंथली वासी
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
जन-स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण गांव सैंथली के ग्रामीण पीने के पानी को तरस रहे हैं, जिसके कारण ग्रामीणों को रोजमर्रा के कामों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरपंच सुखदेव सिंह ने बताया कि लगभग डेढ़ साल पहले गांव में पीने के पानी हेतु समर्सीबल लगवाने के लिए ग्राम पंचायत की ओर से जन-स्वास्थ्य विभाग में 11.75 लाख रूपये जमा करवाये थे, ताकि ग्रामीणों को शुद्ध पानी मुहैया हो सके। उन्होंने बताया कि जन-स्वास्थ्य विभाग द्वारा समर्सीबल तो लगवा दिया गया था, लेकिन हफ्ते भर मेें ही समर्सीबल जवाब दे गया और लोगों को पानी मिलना बंद हो गया। सरपंच ने बताया कि जब इस बारे में कार्यकारी अभियंता से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि पंचायत अब इसे अपने स्तर पर ठीक करवाये। उन्होंने कहा कि जब पंचायत ने इसे अपने स्तर पर ठीक करवाना चाहा, तो देखा कि नीचे 15 फुट का पाईप अपनी लगह से हट गए हैं। इस समस्या को लेकर वो अतिरिक्त उपायुक्त से मिले और मांग की कि गांव में पानी की समस्या का समाधान किया जाए और काम में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों व ठेकेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने विभाग को चेताते हुए कहा कि अगर बुधवार तक उनकी समस्या पर गौर नहीं किया गया, तो वो कार्यकारी अभियंता कार्यालय का घेराव करेंगे, जिसकी जिम्मेवारी विभाग की होगी।
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गांव सैंथली में समर्सिबल की समस्या की जहां तक बात है, इसके लिए ठेकेदार की बकाया पेमैंट रोक ली गई है। उसको दोबारा दो-तीन दिन का समय और दिया जाएगा, नहीं तो दूसरे ठेकेदार से यह कार्य करवाया जाएगा। अगर ग्रामीण मेरे कार्यालय में समस्या को लेकर रोष प्रकट करने आते हैं, तो उन्हें संतुष्ट किया जाएगा।
हरभजन सिंह
कार्यकारी अभियंता
जनस्वास्थ्य विभाग, नरवाना