यमुनानगर में हुआ कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन
मंत्री कविता जैन ने सुनी लोगों की समस्याएं, 6 मामलों का मौके पर निपटारा
सत्यखबर यमुनानगर (सुमित ओबेरॉय) – यमुनानगर में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन जिला सचिवालय में किया गया। जिसमें शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन पहुंची और उन्होंने लोगों के कष्ट और समस्याएं सुनी। आज की इस बैठक में 10 परिवाद पेश किए गए जिसमें से 6 मामलों का शीघ्र निपटारा किया गया जबकि 4 मामलों को पेंडिंग रखा गया।
हरियाणा सरकार में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन यमुनानगर के जिला सचिवालय में लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने पहुंची जिसमें लोगों की विभिन्न विभिन्न समस्याओं का निवारण किया गया। इस मीटिंग में कुल 10 परिवाद रखे गए जिनमें 6 का निपटारा कर दिया गया और 4 को अगली मीटिंग के लिए पेंडिंग रखा गया। मंत्री कविता जैन ने बताया कुछ मामलों का निपटारा कर दिया गया है और कुछ मामलों को जिला उपायुक्त को कहा गया है कि 15 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट दें। इसमें से कुछ मामले ऐसे भी थे जो के सीएम विंडो पर काफी लंबे समय से अटके हुए थे और उनका प्रयास यही था इन मामलों को सुलझा कर लोगों को शीघ्र संतुष्ट किया जाए।
यमुनानगर के दामला निवासी कंवरपाल ने पुलिस के खिलाफ गाली गलौज और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था जिस पर कविता जैन ने पत्रकारो से बात करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों से संबंधित एक शिकायत उन्हें मिली है और इस मामले में जिला उपायुक्त को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले की गहनता से जांच करवाई जाए।
एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में हुए दंगों के बाद प्रदर्शनकारियों पर लगे धारा 307 के अंतर्गत मामले दर्ज होने के बाद वापस लिए जाने के मामले में कविता जैन ने बताया कि मौजूदा सरकार में ऐसा कोई भी राजनीतिक दबाव नहीं है जिनके चलते यह केस वापस लिए गए हैं। परंतु कई बार कुछ ऐसी परिस्थितियां होती हैं जिनमें सामूहिक निर्णय भी लेने पड़ते हैं और उन्हीं के आधार पर ही फैसले लिए जाते हैं।
कठुआ उन्नाव और अब हरियाणा के रोहतक में बच्चियों के साथ दरिंदगी के मामले में कविता जैन ने कहा के इन मामलों में राजनीति से ऊपर उठकर बात करनी चाहिए। ऐसे मामलों में लोगों को खुद भी जागरुक होने की जरूरत है ऐसे मामलों में कानून को ओर कड़ा करने की जरूरत है । पुलिस ऐसे मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और ऐसे मामलों में कोई भी राजनीतिक हस्तक्षेप नही होना चाहिए। इसके साथ 2 लोगो को भी जरूरत है कि वेह भी अपनी जिम्मेदारी को समझें।