हरियाणा

किसान आंदोलन में शहीद 750 किसानों का बलिदान हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे – दीपेन्द्र हुड्डा 

सत्य खबर जींद, 12 दिसंबर।We will not let the sacrifice of 750 farmers martyred in the farmers’ movement go in vain – Deependra Hooda

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज खटकड़ टोल जन-कल्याण किसान मजदूर समिति द्वारा आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम में शिरकत कर खटकड़ टोल पर शहीद किसान स्मृति स्थल का शिलान्यास किया और किसान आंदोलन में शहीद 750 किसानों-मजदूरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 13 महीने तक चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन में देश के किसानों ने गर्मी, सर्दी, बारिश, ओले, महामारी के साथ सरकारी लाठी, गोली, आंसू गैस, घोर उपेक्षा, अपमान सहकर और करीब 750 जानों की कुर्बानी के बावजूद शान्तिपूर्ण व अनुशासित संघर्ष किया। भाजपा सरकार ने किसानों पर लाठियाँ बरसाई, आँसू गैस के गोले दागे, कंटीले तारों से उनका रास्ता रोका, यातनाएं दी और देशद्रोही, आतंकवादी तक कह कर उनको अपमानित किया। बीजेपी सरकार के अहंकार ने 750 किसानों की बलि ले ली। इस पूरे आंदोलन से स्पष्ट हो गया

 

 

कि किसान के सत्याग्रह, संयम और संघर्ष के आगे अहंकार और सत्ता का घमंड नहीं टिक सका। भाजपा सरकार आने के बाद पिछले 10 सालों में ये ऐसा पहला आंदोलन है जिसके सामने सरकार को झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में शहीद किसानों का बलिदान हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर किसान आंदोलन में शहीद हरियाणा के हर किसान के परिवार के एक सदस्य को कंडेला के शहीदों की तर्ज पर एक-एक सरकारी नौकरी देंगे। इस अवसर पर वहाँ मौजूद राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा जी के नेतृत्व वाली काँग्रेस सरकार आने पर किसानों की सारी समस्याओं का समाधान होगा।

सांसद दीपेंद्र ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसान आंदोलन और देश के किसान के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। एक साल तक चले किसान आंदोलन के दौरान 9 दिसंबर, 2021 को किसान संगठनों और सरकार के बीच MSP कमेटी गठित करने का जो समझौता हुआ उससे भी अब तक लागू नहीं किया गया। किसान आंदोलन के दौरान 750 शहीद किसान-मजदूरों की याद में आगामी 24 दिसंबर को सिरसा में किसान-मजदूर आक्रोश रैली के जरिए सरकार को किसानों से किया समझौता लागू करने को मजबूर करेंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान आंदोलन देश के इतिहास में ऐसा आंदोलन है जहां से हर रोज एक शव वापिस आता था। उन्होंने बताया कि नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर कांग्रेस विधायक दल द्वारा अपनी ओर से आंदोलन में जान कुर्बान करने वाले हरियाणा के हर किसान के परिवार को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी। लेकिन अहंकार में डूबी बीजेपी सरकार ने आंदोलन में शहीद 750 किसानों के परिवारों को सांत्वना के दो शब्द कहने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि किसान आन्दोलन के समय पंजाब के सारे सांसद किसानों के पक्ष में एक साथ खड़े हो गये थे, लेकिन हरियाणा के कुल 15 में से 14 सत्ताधारी दल के सांसद किसान के खिलाफ खड़े थे और वो अकेले ही किसान की आवाज देश की सबसे बड़ी पंचायत में उठाते रहे।

 

उन्होंने नरवाना हलके के गांव कलौदा में सुमन बेदी द्वारा आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान का किसान और जवान उलटा हटना जानता ही नहीं है। किसान जहां धरती मां का सीना चीरकर अनाज पैदा करता है और देश का पेट भरता है, वहीं उसका बेटा जवान के रूप में हर मौसम में देश की सीमा पर छाती तानकर खड़ा रहता है और देश की सुरक्षा में तत्पर रहता है। लेकिन ये सरकार न किसानों की है न जवानों की है ये सिर्फ धनवानों की है। वन रैंक वन पेंशन का नारा देकर सैनिकों का वोट बटोरने वाली सरकार ने अग्निवीर नाम से ऐसी योजना लागू कर दी जो नो रैंक नो पेंशन वाली है। ये योजना फौज के लिये बहुत घातक है और जो योजना फौज के लिये घातक है वो देश के लिये अच्छी कैसे हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने जैसे किसानों से माफ़ी मांगकर तीनों क़ानून वापस लिए वैसे ही युवाओं से माफ़ी मांगकर अग्निपथ योजना वापस ले।

 

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा से लगभग 5 लाख नौजवान बेरोजगारी के चलते अपने माता-पिता को छोड़कर दूसरे देशों में जाने को मजबूर हो गये। अमेरिका में मिले हरियाणा के विभिन्न इलाकों के नौजवानों ने सांसद दीपेन्द्र हुड्डा से अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि अपना घर-बार, माता-पिता और अपना प्रदेश-देश छोड़कर कोई नहीं जाना चाहता। लेकिन, पिछले 10 साल में हरियाणा में बेरोजगारी ने हालात बदतर कर दिये। हजारों-लाखों नौजवान अपने दिल पर पत्थर रखकर रोजगार के लिए दूसरे देशों में चले गए। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन ने हरियाणा का विकास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। भ्रष्टाचार के मामले में देश में सबसे ज्यादा बदनाम कोई सरकार हुई है तो प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार है। BJP-JJP का समझौता ₹5100 बुढ़ापा पेंशन और 75% रिज़र्वेशन का नहीं बल्कि मिलकर हरियाणा को लूटने का था। इस सरकार में हरियाणा महंगाई में नंबर 1 हो गया। सबसे ज्यादा वैट के कारण डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस महंगी हो गई, हरियाणा में सबसे महंगी बिजली, बच्चों की स्कूल फीस से हर घर का बजट बिगड़ गया है।

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इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, चंद्रशेखर रावण, विधायक सुभाष देसवाल, विधायक इंदुराज नरवाल, विधायक बलबीर बाल्मिकी, गुरनाम सिंह चढ़ूनी, पूर्व विधायक परमिंदर ढुल, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, अनुराग ढांढा, निर्मल चौधरी, जयदीप धनखड़, अभिमन्यु कोहाड़, डिम्पी, प्रमोद सहवाग, धर्मेन्दर ढुल, रोहित दलाल, मंजीत लाठर, टोल कमेटी के सदस्य हरिकेश, भूपिंदर, कृष्ण, आशीष खटकड़, पूनम कंडेला, अनीता, हर्ष छिकारा, बलराम कटवाल, राजेंदर सूरा, प्रदीप गिल, वीरेंदर गोगड़िया, दिलबाग संडील, रविंदर देसवाल, दिनेश डेढ़ा, दिलबाग हुड्डा, जगबीर ढिंगाना, अनिल दलाल, करतार सैनी, संजीव कल्याण, अंकुश परोचा, विकास खटकड़ समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

 

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