CM हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम नहीं हो रही, ED ने फिर भेजा समन
सत्य खबर/रांची:
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वह प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर बने हुए हैं. आठ समन जारी होने के बाद 20 जनवरी को सीएम सोरेन पूछताछ के लिए तैयार हुए थे. जिसके बाद ईडी अधिकारियों की एक टीम सीएम हाउस पहुंची और उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की.
ईडी ने अब झारखंड के सीएम को नया समन जारी किया है. सोरेन को 27 से 31 जनवरी तक अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है. जांच एजेंसी का कहना है कि 20 जनवरी को उनके बयान की रिकॉर्डिंग पूरी नहीं हुई थी, इसलिए मुख्यमंत्री को दोबारा जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. ईडी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज कर रही है।
पूछताछ के बाद सेंटर पर हमला किया गया
शनिवार 20 जनवरी को राजधानी रांची का सियासी पारा चढ़ा हुआ था. सुबह से ही सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सीएम आवास पर जुटने लगे थे. ईडी के अनुरोध पर मौके पर एक हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये. पूछताछ के लिए अधिकारियों के सामने जाने से पहले जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गले मिले और रोने लगे.
ईडी अधिकारियों के जाने के बाद सीएम सोरेन ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्र पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, हम न झुके हैं, न डरे हैं. जरूरत पड़ी तो हम गोलियां खाएंगे लेकिन झुकेंगे नहीं. उन्होंने कहा कि जब से सरकार बनी है तब से साजिशों का जाल बिछाया जा रहा है. कुछ बड़े घरानों के लोग मेरे खिलाफ ईडी से ये काम करवा रहे हैं. लेकिन इस बारे में चिंता मत करो. जो हमें उखाड़ने की कोशिश करेगा वह खुद उखड़ जाएगा।
ईडी ने 9वीं बार समन जारी किया
जमीन घोटाला मामले में ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नौ बार समन भेज चुकी है. उन्हें पहला नोटिस 14 अगस्त को जारी किया गया था. दूसरी बार समन 24 अगस्त को जारी किया गया, इसके बाद 9 सितंबर, 23 सितंबर, 4 अक्टूबर, 12 अक्टूबर, 30 दिसंबर और 13 जनवरी को समन जारी किया गया।
क्या है जमीन घोटाले का पूरा मामला?
आरोप है कि झारखंड में भू-माफियाओं ने 4.55 एकड़ जमीन का मालिकाना हक बदलकर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है. ऐसा सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर किया गया. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है. एजेंसी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त पद पर कार्यरत हैं।
झारखंड में इस साल दो चुनाव
झारखंड देश के उन राज्यों में शामिल है जहां इस साल पहले लोकसभा चुनाव होंगे और फिर विधानसभा चुनाव होंगे. राज्य में आम चुनाव जहां अप्रैल-मई में होने की संभावना है, वहीं विधानसभा चुनाव साल के अंत में होंगे. ऐसे में राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो जिस तरह से पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव के दौरान केंद्रीय एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई थी, वैसा ही कुछ सीएम हेमंत सोरेन के साथ भी हो सकता है. बीजेपी लगातार उनके खिलाफ भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है.