राष्‍ट्रीय

हरियाणा के पूर्व डीजीपी अजीत भटोटिया का उनके गांव में ही हुआ अंतिम संस्कार

सत्य खबर :

हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी ) अजीत सिंह भाटोटिया का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव डूंगरवास में किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में रेवाड़ी रेंज के आईजी, एसपी सहित अन्य तमाम अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भी शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूर्व डीजीपी काफी समय से गुरुग्राम में रहने के साथ ही अस्वस्थ चल रहे थे। रविवार को बीमारी के कारण ही उनका निधन हो गया था।

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बता दें कि 1968 बैच के आईपीएस अजीत सिंह भाटोटिया अहीरवाल इलाके के पहले IPS अधिकारी थे। पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में अजीत सिंह भाटोटिया पुलिस महानिदेशक भी रहे। इसके अलावा वे महानिदेशक जेल सहित विभिन्न जिलों में आईजी, एसपी के पदों पर भी रहे। भाटोटिया के निधन पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया। दरअसल, अजीत सिंह भाटोटिया (79) मूलरूप से रेवाड़ी के गांव डूंगरवास के रहने वाले थे। फिलहाल वह अपने परिवार के साथ गुरुग्राम के सेक्टर-14 ओल्ड DLF में रहते थे। पूर्व डीजीपी के बेटे एवं पेशे से उद्योगपति संदीप भटोटिया बताते हैं कि उनके पिता ने मैट्रिक की परीक्षा रेवाड़ी निखरी सरकारी स्कूल से पास की थी। अहीर कॉलेज रेवाड़ी से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद 2 मार्च 1968 को द्वितीय लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त हुए।

1971 में पश्चिमी सेक्टर में पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाई। 1971 के बाद उन्हें मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया। इस अवधि के दौरान उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दी और IPS के लिए चुने गए। जुलाई 1973 में पुलिस सेवा में शामिल हो गए। हालांकि, गजटेड ऑफिसर होने के चलते उन्हें 1968 बैच का अधिकारी माना गया। अजीत सिंह भाटोटिया ने SP के रूप में सिरसा, जींद, सोनीपत और गुरुग्राम जिलों में सेवा दी। वह रोहतक और गुरुग्राम रेंज में डीआईजी भी रहे। अजीत सिंह भटोटिया को उच्च कमान पाठ्यक्रम के लिए इंग्लैंड भेजा गया था। उन्हें 1999 में डीजीपी हरियाणा के रूप में पदोन्नत किया गया और जून 2005 में डीजीपी हरियाणा के रूप में ही सेवानिवृत्त हुए।

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