क्राइम्‌

हरियाणा में बड़े अस्पताल की बड़ी लापरवाही : दाएं की जगह बाएं पैर का कर डाला आपरेशन

सत्य खबर, पानीपत ।
पानीपत शहर में एक बड़े अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां जीटी रोड स्थित ऑस्कर अस्पताल ने एक मरीज का दाहिने पैर की जगह बाएं पैर के घुटने का ऑपरेशन कर दिया। इसका खुलासा होने पर डॉक्टरों ने गलती मानी और आनन-फानन में दूसरे घुटने का भी ऑपरेशन कर दिया। जिसके बाद से पीडि़त चलने फिरने में लाचार हो गया। डॉक्टरों ने उसका पूरा खर्च उठाने की भी बात कही थी। लेकिन उसको छुट्टी देने के बाद से वे उससे मिले तक भी नहीं। जिसकी शिकायत पीडि़त ने जिला प्रशासन को दी है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।

पीडि़त रणबीर ने बताया कि वह गांव वैसर, तहसील मतलौडा, जिला पानीपत का रहने वाला है। वह पेशे से राजमिस्त्री है। वह अपने घर में सफाई करते समय गिर गया था। जिससे उसके दाहिने पैर में गंभीर चोट लग गई थी। उसने चलने-फिरने में भी परेशानी आती थी। उसने डॉ.सुमित और रघुवीर को दिखाया। जिन्होंने घुटने के ऑपरेशन की सलाह दी। इसी दौरान उसका एक जानकार मनोज निवासी गांव शेरा, जोकि एंबुलेंस ड्राइवर है वह उससे मिला। जिसने उसे कहा कि उसकी ऑस्कर अस्पताल में काफी जानकारी है। वह उसे 13 मई 2024 को उक्त अस्पताल ले आया। वहां पर डॉ. हर्ष व विवेक पांडे ने मेरी जांच की और दाएं पैर के ऑपरेशन के लिए कहा। 13 मई को उसे वहीं पर भर्ती कर लिया गया। 14 मई की रात को उसका ऑपरेशन किया गया। जब उसे होश आया तो उसने देखा कि उसका दाहिना पैर तो ऐसे ही था जबकि बाएं पैर के घुटने का ऑपरेशन कर दिया। ये देख कर उसके परिवार के सदस्य भी हैरान हो गए। डॉक्टर को बुला कर ऑपरेशन गलत होने की बात बताई।

जिस पर खुद डॉक्टर भी हैरान हो गए और मौके पर उन्होंने अपनी गलती मानी। साथ ही कहा कि वे दाहिने पैर का भी ऑपरेशन कर देंगे। परिजनों ने पूछा कि अब इसका खर्च कौन उठाएगा। जिस पर डॉक्टरों ने कहा कि वे खर्च कि चिंता न करें। जो भी खर्च होगा वे दे देंगे। साथ ही कहा कि अगर वह ठीक नहीं हुआ तो उसे घर बैठे पूरा खर्च दिया जाएगा। इसके तुरंत 1 घंटे बाद उसके दांए पैर का भी ऑपरेशन कर दिया। इसके बाद 5 मई को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी। अब वह न तो चल पाता है और न कोई काम कर पाता है।

रणबीर ने बताया कि 23 जनवरी 2006 को एक एक्सीडेंट में उसका पूरा परिवार खत्म हो गया था। जिसके बाद से वह अनाथ है, उसे कोई संभालने वाला नहीं है। इसके बाद ऑस्कर अस्पताल से न ही उसके पास कोई मैसेज आया और न ही कोई दवाई दी गई और न ही उसकी जांच की गई। वहीं प्रशासन द्वारा मामले की जांच करा दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही की बात कही जा रही है।

Back to top button